नेट ग्रिड से जुड़ेंगे सभी राज्य, अपराध की जांच में मिलेगी मदद
नई दिल्ली (mediasaheb.com)|। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने बेंगलुरु में नेशनल इंटेलिजेंस ग्रिड परिसर का उद्घाटन किया। श्री शाह ने समारोह के दौरान उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि देश व देशवासियों की सुरक्षा मोदी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उन्होने कहा कि मोदी जी के नेतृत्व में भारत सरकार की पहले दिन से ही आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति रही है और इस दिशा में सभी एजेंसीज में एक समन्वय बनाने के लिए इस ग्रिड का विशिष्ट योगदान है। ग्रिड के सीईओ ने बताया कि नेटग्रिड सॉल्यूशन की सेवाएं 11 केंद्रीय एजेंसियों और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की पुलिस को उपलब्ध होंगी। यह उपयोगकर्ता एजेंसियों को डेटा होल्डर्स के साथ जोड़ेगा, जिससे खुफिया सेवाओं और जांच के लिए ज़रूरी रियल टाइम जानकारी तक उन्हें पहुंच मिलेगी। नेटग्रिड सॉल्यूशन के विकास के लिए, सी-डैक पुणे को प्रौद्योगिकी भागीदारी के रूप में और योजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में आईआईटी, भिलाई को जोड़ा गया है।
गृह मंत्री ने कहा कि आंकड़ा, दायरा और जटिलता के लिहाज़ से पूर्वकालिक सुरक्षा चुनौतियों की तुलना में आज सुरक्षा जरूरतें काफ़ी बदल गई हैं। इसलिए कानूनी और सुरक्षा एजेंसियों को विश्वसनीय स्रोत से प्राप्त जानकारियों तक स्वचालित तरीके से सुरक्षित और तत्काल पहुंच की जरूरत है। सरकार ने नेटग्रिड को डेटा संग्रह करने वाले संगठनों से जानकारी हासिल करने के लिए एक आधुनिक और अनोखा सूचना प्रौद्योगिकी प्लेटफॉर्म विकसित करने एवं संचालन का काम सौंपा है।
गृह मंत्री ने कहा कि जल्द ही केंद्र सरकार हवाला लेन-देन, आतंकियों को फंडिंग, नकली मुद्रा, नशीले पदार्थों, बम विस्फोट की धमकियों, अवैध हथियारों की तस्करी और अन्य आतंकी गतिविधियों की निगरानी के लिए एक राष्ट्रीय डेटाबेस विकसित करेगी। उन्होंने कहा कि खुफिया और कानूनी एजेंसियों को अब महत्वपूर्ण डेटा से जुड़ी बाधाओं के दूर होने के साथ उन्हें पूरी तरह से इस्तेमाल करने में सक्षम होना चाहिए। डेटा एनालिटिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी की सहायता से एजेंसियों के काम करने के वर्तमान तौर तरीकों में व्यापक बदलाव आना चाहिए। उन्होंने उम्मीद जताई कि नेटग्रिड डेटा के विभिन्न स्रोतों को जोड़ने की जिम्मेदारी बखूबी निभाएगा।
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि देश के भीतर हुए विभिन्न अपराधों के मोड्स ओपेरंडी का डेटाबेस बनाने के लिए नेटग्रिड में एक अध्ययन समूह होना चाहिए। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के विज़न के अनुरूप सी-डैक इस ग्रिड का कार्यान्वयन कर रहा है। उन्होंने कहा कि त्वरित और प्रभावी विश्लेषण के लिए सूचना को साइलोज में नहीं रखा जाना चाहिए क्योंकि इससे सूचना का विश्लेषण एवं समय पर उचित कार्रवाई नहीं हो पाती है।
श्री शाह ने सभी उपयोगकर्ता एजेंसियों को इस प्रणाली का इस्तेमाल करने में सावधानी और विवेक का इस्तेमाल करने का अनुरोध किया, जिसका उपयोग सिर्फ सही उद्देश्यों के लिए किया जाना चाहिए। उन्हें यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जितना संभव हो, इस प्रणाली से प्राप्त होने वाले डेटा का उनकी दक्षता में सुधार के लिए उपयोग हो। उन्होंने जोर देकर कहा कि डेटा की गोपनीयता और सुरक्षा बेहद संजीदा विषय है और आश्वस्त किया कि किसी भी समय इस व्यवस्था के माध्यम से किसी नागरिक के निजी डेटा तक कोई अनधिकृत पहुंच न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए ज़रूरी प्रोटोकॉल की व्यवस्था की गई है।