नई दिल्ली (mediasaheb.com)|। केन्द्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम राज्यमंत्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने विभिन्न राज्यों के मंत्रियों एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ तमिलनाडु के कोयंबटूर में ”आजादी का अमृत महोत्सव” के तहत आयोजित किए जा रहे ‘एंटरप्राइज इंडिया नेशनल कॉयर कॉन्क्लेव 2022’ का उद्घाटन किया। इस अवसर पर बोलते हुए, श्री राणे ने उत्पादों के विकास, उत्पादों के विविधीकरण और नई प्रौद्योगिकियों को अपनाने के जरिए कॉयर के नए उत्पादों तथा अनुप्रयोगों के विकास पर जोर दिया। केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि कॉयर के क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं और यह वास्तव में निर्यात बढ़ाने एवं देश के सकल घरेलू उत्पाद में एमएसएमई की हिस्सेदारी को बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। उन्होंने कहा कि कॉयर ‘अपशिष्ट से धन’ का एक अच्छा उदाहरण है, जोकि पर्यावरण के अनुकूल तथा पानी एवं मिट्टी के संरक्षण में मददगार होने के कारण एक स्थायी समाधान प्रदान करता है।
श्री राणे ने कहा कि कॉयर उद्योग नारियल उत्पादक राज्यों के ग्रामीण क्षेत्रों में सात लाख से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान करता है। सबसे अधिक दिलचस्प बात यह है कि इन कारीगरों में से 80 प्रतिशत महिलाएं हैं, लेकिन इसका उत्पादन अब तक देश के दक्षिणी नारियल उत्पादक राज्यों/केन्द्र-शासित प्रदेशों तक ही सीमित है। उन्होंने कहा कि सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्रालय देश के अन्य राज्यों में कॉयर उत्पादन को बढ़ावा देने का इरादा रखता है और इस दिशा में सरकार ने विशेष रूप से कई गैर-अवक्रमणीय उत्पादों के प्रतिस्थापन के रूप में उपभोक्ता एवं औद्योगिक उद्देश्यों के लिए कॉयर के उपयोग को लोकप्रिय बनाने के लिए कई पहल की हैं। श्री भानु प्रताप सिंह वर्मा ने कहा कि यह कार्यक्रम कॉयर और कॉयर उत्पादों के उत्पादन को बढ़ावा देने तथा कॉयर के अनुप्रयोग के नए क्षेत्रों की पहचान करने के लिए राज्य और केन्द्र सरकारों के बीच एक समन्वित प्रयास करने के विचार के साथ आयोजित किया जा रहा है।
इस अवसर पर कॉयर एवं कॉयर उत्पादों का उत्पादन/निर्यात करने वाली 44 इकाइयों को कॉयर उद्योग पुरस्कार वितरित किए गए। कॉयर बोर्ड ने कॉयर कम्पोजिट फ्रूट बाउल, जियो-टेक्सटाइल शैडो लैंप, कॉयर बटन, कॉयर से बने ऑटो मिरर कवर, फ्लैट आयताकार ट्रे, सर्टिफिकेट होल्डर जैसे नए कॉयर उत्पादों को पेश करने के साथ-साथ कॉयर के लिए प्रौद्योगिकी संबंधी मैन्युअल, कॉयर पिथ, जियो-टेक्सटाइल और कॉयर निर्मित फर्श की साज-सज्जा से संबंधित किताबें भी जारी कीं। इस अवसर पर, तमिलनाडु और असम के उद्योग/ सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री भी कोयंबटूर के विधायक तथा विभिन्न राज्यों के 11 प्रमुख सचिवों/निदेशकों के साथ उपस्थित थे।