जांजगीर-चाम्पा(mediasaheb.com) ,। राहुल जिंदाबाद, राहुल वेलकम, हमर राहुल बेटा, मोर दुलरवा…। कुछ ऐसे ही नारों के बीच ग्राम पिहरीद में शनिवार को राहुल को देखने और स्वागत करने गांव का हुजूम उमड़ पड़ा। गांव के बच्चे, महिलाएं, पुरुष, बुजुर्ग सभी राहुल को एक झलक देखने और उनका अभिनंदन करने आतुर दिखे। जाति, समाज और धर्म से परे होकर पिहरीद गांव के लोगों ने राहुल के लिए एकजुटता और भाईचारे की मिसाल कायम कर दी। चट्टानों के बीच बोरवेल में 105 घण्टे तक जिंदगी और मौत के संघर्ष के बीच मौत को मात देकर लौटा राहुल अस्पताल में स्वस्थ्य होकर जब हंसता और मुस्कुराता हुआ गांव लौटा तो शायद उन्हें भी महसूस हुआ होगा कि अब यह पूरा गांव मेरा परिवार बन गया है।
जांजगीर-चाम्पा जिले के मालखरौदा ब्लॉक के अंतर्गत ग्राम पिहरीद में 10 जून को दोपहर में खेलते हुए अचानक से 11 वर्षीय राहुल साहू के बोरवेल में नीचे गिरकर 60-62 फीट की गहराइयों में फंस जाने के बाद देश का सबसे बड़ा रेस्क्यु अभियान चलाया गया। 105 घण्टे तक चले इस रेस्क्यु अभियान में राहुल को बाहर निकालने भारी जद्दोजहद करनी पड़ी थी। आखिरकार 14 जून देर रात्रि में राहुल को लगभग 20 फीट से अधिक सुरंग बनाकर बाहर निकाला लिया गया। अस्पताल में उचित देखरेख और उपचार के बाद लगभग 11 दिनों बाद राहुल साहू आज दोपहर लगभग सवा 2 बजे अपना गांव लौटा। गांव में परिजनों के अलावा ग्रामीणों ने राहुल का स्वागत किया।
ग्रामीणों में था उत्साह का माहौल
ग्राम पिहरीद में ग्रामीणों में राहुल के आने की खुशी में बहुत उत्साह का माहौल था। ढोल बाजे के साथ कीर्तन मंडली व ग्रामीणों ने राहुल का स्वागत किया। गांव के सरपंच किरण डहरिया और रेस्क्यु ऑपरेशन में चट्टानों को काटने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले अंजीर रत्नाकर, सुरीत महिलांगे और ग्राम बर भांठा की सरपंच रानी रत्नाकर ने भी ग्रामीणों के साथ राहुल का स्वागत किया। पिता रामकुमार साहू सहित उनकी दादी श्याम बाई साहू और अनेक रिश्तेदारों ने राहुल का विशेष स्वागत किया। इस दौरान कलेक्टर जितेंद्र कुमार शुक्ला के निर्देश पर सीएमएचओ व डॉक्टरों की टीम ने राहुल के स्वास्थ्य की जांच की। राहुल को फिलहाल आराम करने और उनके खान पान पर सावधानी बरतने कहा गया है। मौके पर एसडीएम रेना जमील, जनपद सीईओ, तहसीलदार सहित पुलिस के अधिकारी उपस्थित थे।(हि. स.)