नई दिल्ली, (media saheb) केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से कहा है कि वह उन्हें उनकी हिम्मत का सर्टिफिकेट न दें। उन्होंने कहा कि यह अफसोस की बात है कि राष्ट्रीय पार्टी के अध्यक्ष होने के बावजूद भी उन्हें हमला करने के लिए मीडिया की ‘ट्विस्ट’ की गई खबरों का सहारा लेना पड़ रहा है।
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक समाचार साझा कर ट्वीटर के माध्यम से नितिन गडकरी की प्रशंसा करते हुए कहा था कि भाजपा में बेबाकी से बात रखने वाले वह एकमात्र नेता हैं। राहुल ने उनसे राफेल युद्धक विमान सौदा, किसान की खस्ता हालत और संवैधानिक संस्थाओं को कमजोर किए जाने के मुद्दे पर भी बेबाकी से राय रखने को कहा था। राहुल के साझा किए गए समाचार के नितिन गडकरी को यह कहते हुए उद्धृत किया गया था कि जो परिवार नहीं संभाल सकता वह देश और समाज को क्या संभालेगा।
इसके जवाब में गडकरी ने कहा कि यह मोदी सरकार की कामयाबी है कि कांग्रेस अध्यक्ष को हमला करने के लिए कंधे ढूंढने पड़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेताओं सहित कुछ लोग मोदीजी के प्रधानमंत्री बनने को सहन नहीं कर पा रहे हैं। ऐसे में उन्हें असहिष्णुता व संवैधानिक संस्थाओं पर हमले का सपना आता है। उन्होंने कहा कि मोदीजी फिर प्रधानमंत्री बनेंगे और मजबूती के साथ देश को आगे बढ़ाएंगे। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा उठाए गए मुद्दों का जवाब दिया। उन्होंने कहा कि वह डंके की चोट पर कह सकते हैं कि राफेल में सरकार ने देश हित को सामने रखकर सबसे पारदर्शक व्यवहार किया है। कांग्रेस ने किसानों को बदतर स्थिति में ला खड़ा किया था। उस स्थिति से किसानों को उबारने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ईमानदार कोशिश कर रहे हैं और सरकार इसमें कामयाब भी हो रही है।
गडकरी ने कहा कि भाजपा और कांग्रेस के डीएनए में अंतर है। भाजपा लोकतंत्र और संवैधानिक सस्थाओं पर विश्वास करती है और कांग्रेस अध्यक्ष से अपेक्षा करती है कि वह भविष्य में समझदारी और जिम्मेदारी के साथ बर्ताव करेंगे ।(हि.स.)।