संयुक्त राष्ट्र, (mediasaheb.com) संयुक्त राष्ट्र के अंतरराष्ट्रीय श्रम संगठन (आईएलओ) ने वर्ष 1984 में हुई भोपाल गैस त्रासदी को दुनिया में 20वीं सदी की ‘‘सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं’’ में से एक माना है, जिसमें सरकारी आंकड़ों के अनुसार 15 हजार मजदूरों की मौतों हो गई थी ।
आईएलओ की रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि हर साल 27लाख 80 हजार कामगारों की उद्योगों से जुड़ी दुर्घटनाओं और बीमारियों से मौत हो जाती है। संगठन की रिपोर्ट में कहा गया है कि भोपाल में यूनियन कार्बाइड के कीटनाशक संयंत्र से निकली 30 टन मिथाइल आइसोसायनेट गैस से छह लाख से ज्यादा मजदूर और आसपास रहने वाले लोग प्रभावित हुए थे । वहां के वातावरण में जहरीले कण अब भी मौजूद हैं जिससे हजारों लोग पीड़ित है तथा उनकी अगली पीढ़ियां श्वसन संबंधित बीमारियों से जूझ रही है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि एक सौ सालों में दुनिया में हुई दस सबसे बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं में भोपाल त्रासदी एक थी । अन्य नौ बड़ी औद्योगिक दुर्घटनाओं में चेर्नोबिल और फुकुशिमा परमाणु दुर्घटना के साथ ही राणा प्लाजा इमारत ढहने की घटना शामिल हैं। हि स