धमतरी, (mediasaheb.com) । जिले में परिवार नियोजन को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है। बीते आठ सालों के दौरान नसबंदी कराने वालों की संख्या में इजाफा हुआ है।
पहले जहां शहरी क्षेत्र में ही नसबंदी के लिए लोग आते थे, वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से भी बड़ी संख्या में पुरुष-महिला नसबंदी करवाने लगे हैं। बीते आठ सालों के दौरान लगभग 40 हजार लोगों की नसबंदी की गई है। तुलनात्मक आंकड़ा देखें तो महिलाएं नसबंदी कराने में पुरुषों से आगे हैं।
परिवार नियोजन की रफ्तार धीरे-धीरे जिले में बढ़ी है। धमतरी के चारों ब्लॉक धमतरी, कुरूद, नगरी, मगरलोड में नसबंदी कराने वाले लोगों की संख्या बढ़ रही है।
उल्लेखनीय है कि शासन द्वारा जनसंख्या वृद्धि दर कम करने व परिवार नियोजन अपनाने की अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही है। इससे अनेक लोग लाभान्वित हुए हैं। देश भर में जनसंख्या वृद्धि को कम करने परिवार नियोजन कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
पूर्व में नसबंदी को बढ़ावा देने के मद्देनजर महिला नसबंदी पर जहां 600 रुपये दिए जाते थे, इसे बाद में बढ़ाकर 11 सौ रुपये किया गया। पुरुष नसबंदी पर 14 सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती थी। इसका भी असर नसबंदी पर पड़ा है। जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. एस एम मुरली ने बताया की वर्तमान में पुरुष नसबंदी पर दो हजार रुपये तथा महिला नसबंदी पर 14 सौ रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। इसी तरह नसबंदी के लिए प्रोत्साहित करने वाले मोटिवेटर को पुरुष नसबंदी पर 300 रुपये तथा महिला नसबंदी पर 200 रुपये की प्रोत्साहन राशि दी जाती है।
महिलाओं को बांटी जाती है ओरल पिल
स्वास्थ्य विभाग द्वारा बच्चों में अंतर रखने के लिए कार्यकर्ताओं द्वारा महिलाओं को जागरूक किया जा रहा है। इससे जागरूकता बढ़ी है। बच्चों में अंतर रखने के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा महिलाओं को ओरल पिल बांटी जाती है।
स्वास्थ्य को लेकर लोगों में बढ़ी जागरूकता
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. डीके तुर्रे ने बताया कि स्वास्थ्य को लेकर लोगों में जागरूकता बढ़ी है। नसबंदी ऑपरेशन के लिए पुरुषों की तुलना में महिलाएं ज्यादा सजग रहती हैं। कई तरह की भ्रांतियों के चलते महिलाओं की तुलना में पुरुष आगे नहीं आते। स्वास्थ्य विभाग द्वारा समय-समय पर जागरूकता अभियान चलाया जाता है। (हि.स.)
धमतरी जिले में नसबंदी का वर्षवार आंकड़ा
वर्ष पुरुष महिला