- जापान के पीएम शिंजो आबे और पीएम मोदी का गुवाहाटी दौरा स्थगित
- केंद्रीय गृहमंत्री शाह का शिलॉन्ग दौरा रद्द
- कर्फ्यू वाले क्षेत्रों में सात घंटे की ढील, डिब्रूगढ़ में हालात बिगड़े
गुवाहाटी,(mediasaheb.com) । असम, त्रिपुरा और मेघालय समेत पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन शुक्रवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। प्रदर्शन के दौरान बीते तीन दिनों में पुलिस फायरिंग और लाठीचार्ज में चार लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि कई लोग घायल हुए हैं। इस बीच कर्फ्यू वाले क्षेत्रों में सात घंटे की ढील दी गई। तनावग्रस्त इलाकों में हालात को संभालने के लिए सेना और असम राइफल्स की आठ यूनिट तैनात की गई हैं। स्थित नियंत्रण में लेकिन तनावपूर्ण है। नागरिकता कानून को लेकर शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में भी आंदोलन शुरू हो गया है। इन विरोध-प्रदर्शनों का असर कार्यक्रमों पर भी स्पष्ट रूप से देखा जा रहा है। जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 16 दिसम्बर को गुवाहाटी में होने वाली मुलाकात स्थगित कर दी गयी है। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का शिलॉन्ग दौरा भी निरस्त कर दिया गया है।
पुलिस के मुताबिक डिब्रूगढ़ में लाठीचार्ज में घायल विजेंद्र पांगी की इलाज के दौरान शुक्रवार को मौत हो गई। वह लाठीचार्ज के दौरान बुधवार को घायल हो गया था। विरोध-प्रदर्शनों के बीच कर्फ्यू वाले क्षेत्रों में शुक्रवार सुबह छह से अपराह्न एक बजे तक ढील दी गई। इस दौरान डिब्रूगढ़ के हालात बिगड़ गए और पुलिस को रबड़ बुलेट से फायरिंग करनी पड़ी। गुवाहाटी, डिब्रूगढ़, तिनसुकिया, तेजपुर और ढेकियाजुली थाना क्षेत्रों में हालात खराब होने के बाद कर्फ्यू लगाया गया है। डिब्रूगढ़ में स्थिति अभी भी गंभीर बनी हुई है।
उधर कर्फ्यू वाले अन्य क्षेत्रों में ढील की जानकारी मिलते ही छिटपुट दुकानें खुलीं। लोग भी खरीदारी करने के लिए घरों से निकले। इससे लोगों को कुछ राहत मिली है। लोगों ने खाने-पीने के जरूरी सामान खासकर सब्जियों की खरीदारी की। इस दौरान गुवाहाटी और डिब्रूगढ़ में हिंसा वाले इलाकों में सेना का फ्लैग मार्च जारी रहा।
गुवाहाटी के चांदमारी इंजीनियरिंग खेल मैदान में आसू के नेतृत्व में शांतिपूर्ण प्रदर्शन हुआ। आमतौर पर गुवाहाटी में हालात शांतिपूर्ण रहा। आसू ने लोगों से अपील की है कि कुछ उपद्रवी तत्व जानबूझकर आंदोलन के उद्देश्य को विफल बनाने की कोशिश कर रहे हैं। आसू ने लोगों से शांतिपूर्ण तरीके से बिना हिंसा के आंदोलन करने का आह्वान किया।
नागरिकता संशोधन कानून का विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों ने प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रंजीत कुमार दास के घर का घेराव किया। प्रदर्शनकारियों ने उनके घर के परिसर में घुसकर नारेबाजी की। हालांकि, इस दौरान वे घर पर मौजूद नहीं थे। इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने रंजीत दास, भाजपा, केंद्र और राज्य सरकार के विरुद्ध जमकर नारे लगाए। प्रदर्शनकारियों ने एनएच-31 पर रंजीत दास का पुतला भी फूंका।
प्रदर्शनों के चलते बिगड़ी कानून-व्यवस्था को संभालने के लिए सेना और असम राइफल्स की आठ यूनिट को तनावग्रस्त इलाकों में तैनात किया गया है। सेना के जनसंपर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल पी खोंगसाई ने एक बयान जारी कर बताया कि बंगाईगांव में एक, मोरीगांव में एक, गुवाहाटी में चार और शोणितपुर में दो यूनिट को तैनात किया गया है। सभी यूनिट तैनाती वाले क्षेत्रों में स्थिति को सामान्य बनाने में सफल हैं और नागरिक प्रशासन की सहायता में लगातार काम कर रही हैं।
प्रतिबंधित संगठन यूनाइटेड लिबरेशन फ्रंट ऑफ असम (स्वा) गुट के स्वयंभू अध्यक्ष परेश बरुवा ने कहा कि नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध लोकतांत्रिक तरीके से हो रहे आंदोलन को कुछ असामाजिक तत्व हिंसक बना रहे हैं। उल्फा (स्वा) प्रमुख ने स्थानीय मीडिया से फोन पर बातचीत में कहा कि छात्र शांतिपूर्ण तरीके से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन कुछ निहित स्वार्थी तत्व आंदोलनकारियों की भीड़ में घुसकर इसे अलग रंग देने की कोशिश कर रहे हैं।
पूर्वोत्तर में 77 ट्रेन प्रभावितविरोध प्रदर्शनों के चलते पूर्वोत्तर में चलने वाली ट्रेनों की सेवा पर प्रतिकूल असर हुआ है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (पूसीरे) तीसरे दिन शुक्रवार को कुल 77 ट्रेनें या तो रद्द कर दी गईं या फिर उन्हें आंशिक रूप से रद्द कर बीच रास्ते खास कर गुवाहाटी और कामाख्या स्टेशनों से चलाया जा रहा है। ऊपरी असम के डिब्रूगढ़, तिनसुकिया व अगरतला की ओर जाने वाली ट्रेनों की सेवा को पूरी तरह से रद्द कर दिया गया है। अरुणाचल प्रदेश के नाहरलगुन की ओर भी जाने वाली ट्रेनों पर आंदोलनों का असर पड़ा है। पूसीरे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी शुभानन चंदा ने बताया कि आंदोलन के चलते ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित हुई हैं। पैसेंजर ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जबकि लंबी दूरी की ट्रेनों को गुवाहाटी और कामाख्या से चलाया जा रहा है।
राज्य में चल रहे आंदोलन को भड़काने के आरोप में कृषक मुक्ति संग्राम समिति (केएमएसएस) के महासचिव धैर्य कोंवर को गिरफ्तार किया गया है। कोंवर को उस समय गिरफ्तार किया गया जब वह आंदोलन करते हुए गांधी बस्ती स्थित मुख्य कार्यालय की ओर प्रदर्शनकारियों के साथ जा रहे थे।
पूर्व मंत्री भुइंया का भाजपा से इस्तीफानागरिकता संशोधन कानून के विरोध में पूर्व मंत्री और भाजपा नेता जगदीश भुइंया ने पार्टी छोड़ने की घोषणा की है। मीडिया को दिए गए बयान में उन्होंने कहा कि वे नागरिकता संशोधन कानून के विरुद्ध राज्य में चल रहे आंदोलन का समर्थन करते हुए भाजपा छोड़ रहे हैं। साथ ही पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से त्यागपत्र संबंधी पत्र पार्टी कार्यालय भेजने की घोषणा की है।
आपातकालीन टोल फ्री नंबर जारीराज्य सरकार ने आपात स्थिति में सहायता मुहैया कराने के लिए आपातकालीन नियंत्रण कक्ष का टेलीफोन नंबर जारी किया है। नियंत्रण कक्ष का टोल फ्री नंबर 1079 और मोबाइल नंबर 9401044617 है। इसके अलावा कामरूप (मेट्रो) जिला उपायुक्त कार्यालय ने जिला नियंत्रण कक्ष के फोन नंबर और टोल फ्री नंबर 1077 और फोन नंबर 0361-2733052 जारी किया है। इन नंबरों पर कोई भी व्यक्ति फोन कर सहायता प्राप्त कर सकता है। (हि.स.)