आज जन्मदिन …
इन आँखो की मस्ती के.. मस्ताने हज़ारो है 🎶…अभिनेत्री रेखा के विषय मे केवल इतना कहना काफ़ी है की मोहतरमा ने जो एक रेखा खींची है, उसे बहुत कम अभिनेत्री ही पार कर पाई है, इस दौर मे आप विद्या बालन या कंगना रनौत का नाम ले सकते है.. पर रेखा तो रेखा ही है , इस उम्र मे भी ज़ब मिडिया से मुख़ातिब होती है, तो खूबसूरती मे कोई कमी नहीं लगती, बातचीत का वही अंदाज़.. अब इत्तेफ़ाक़ देखिए आज उनका जन्मदिन तो कल जिनके लिए मांग मे सिंदूर सजाती है यानि अमिताभ का जन्मदिन.. कुछ वर्ष पूर्व एक क्लासिक फ़िल्म आई थी परिणिता(2005), इस उम्र मे भी उन्होंने जो क्लब डांस किया उफ़ क्या कहे, कही से नहीं लगा की वो अस्सी के दशक की अभिनेत्री है फ़िल्म सिलसिला तो मानो जया अमिताभ के साथ जीवन के यथार्थ मे बना त्रिकोण रुपहले परदे पर फिल्माया गया। आज भी अमिताभ और रेखा की खूबसूरत जोड़ी को देखना हो तो इस फ़िल्म का गीत
नीला आसमा खो गया..
गज़ब का ठहराव है इस गाने मे, अमिताभ ज़ब गाते है तो ऐसा लगता है की रेखा के लिए ही गा रहे हो, वक्त ठहर सा गया हो .. मुकद्दर का सिकंदर, सुहाग, मि. नटवर लाल जैसी अनेक फ़िल्म, जिस मे इस जोड़ी को जनता ने खूब पसंद किया, उस दौर मे फ़िल्म से जुड़ी पत्र पत्रिकाओं का ये हॉट टॉपिक होता था, बस रेखा अमिताभ शादी करने ही वाले है, ख़ैर ऐसा कुछ नहीं हुआ और जया जी का सुखी परिवार यथावत रहा
रेखा जी को यदि प्रबुद्ध वर्ग याद करता है और आगे भी करेगा तो है शशि कपूर की संस्कृत नाटक पर आधारित फ़िल्म उत्सव(1984) जिस मे वसंतसेना के पात्र को रेखा ने अपनी खूबसूरती और जानदार अभिनय से अमर कर दिया और दूसरी है
उमराव जान(1981)… अब इस के विषय मे जितना लिखा जाय कम होगा, उस नवाबो के दौर मे जो महफिले होती थी और उस मे उमराव जान जैसी बाई जी , बड़े अदब के साथ गज़ल, ठुमरी कत्थक के साथ प्रस्तुत करती थी.. ये रेखा जी वैसे ही प्रस्तुत किया, आप महसूस करेंगे की आप उस दौर मे पहुँच गए है, इत्र की खुश्बू है, केसर की महक वाले चांदी के वर्क लगे पान के बीड़े आप की शानदार मे पेश किए जा रहे है और आप भी उस महफिल मे मुज़रे का आनंद ले रहे है
उमराव जान पर चर्चा फिर कभी..
तो ज़नाब रेखा जी को जन्मदिन की दिली मुबारकबाद.. ऊपर वाला उन्हें अच्छी सेहत और लंबी उम्र बक्शे.. आमीन
*संजय ‘अनंत ‘©*