द्वादश ज्योतिर्लिंगों वाले पत्थर से बना है शिवलिंग, आती है तुलसी की सुगंध
सिरपुर (mediasaheb.com)| महासमुंद जिले के सिरपुर में स्थित गंधेश्वर महादेव शिव मंदिर में ऐसा शिवलिंग है जो भरपूर सुगंध देता है। गंधेश्वर मंदिर में विद्यमान शिवलिंग लगभग 2 हजार वर्ष पुराना है। शिवलिंग से तुलसी के पत्तों सी सुगंध आती है। वहीं एक तथ्य यह भी है कि गंधेश्वर शिवलिंग द्वादश ज्योतिर्लिंगों वाले पत्थर से बना हुआ है। पुरातत्व विशेषज्ञ मानते हैं कि यहां एक समय विशाल मंदिर हुआ करता था, जिसका निर्माण पहली शताब्दी के शुरू में शरभपुरीय राजाओं द्वारा किया गया था। 12वीं सदी में आए विनाशकारी भूकंप और बाद में चित्रोत्पला महानदी की बाढ़ में यह विशाल मंदिर तहस नहस हो गया। इतनी तबाही के बाद भी यह शिवलिंग सुरक्षित बच गया था। इस स्थान पर पुरातत्व विभाग पिछले कई वर्षों से खुदाई करा रहा है। यहां अब तक छोटे-बड़े कई शिवलिंग निकल चुके हैं।
इस मंदिर के नीचे जमीन के अंदर एक पूरी सभ्यता का इतिहास छिपा है। विनाशकारी भूकंप और बाढ़ के कारण से रेत और मिट्टी की परतें क्षेत्र को दबाती चली गई। यहां खुदाई में सिक्के, प्रतिमाएं, ताम्रपत्र, बर्तन, शिलालेख आदि मिले हैं। माना जाता है कि यहां से लगभग 2 हजार वर्ष पुरानी वस्तुएं मिल रही हैं, जो पुरातात्विक दृष्टि से अनमोल धरोहर हैं। यह मंदिर राजधानी रायपुर से सड़क मार्ग के रास्ते से 85 किलोमीटर और महासमुंद जिला मुख्यालय 40 किलोमीटर दूर स्थित है। यहां पहुंचने के लिए बस व टैक्सी मिल जाती हैं। (स्त्रोत–शाश्वत राष्ट्रबोध)