रायपुर (mediasaheb.com)| हिन्दी भाषा और हिन्दी साहित्य को पूरे विश्व में समृद्ध करने के लिए प्रतिबद्ध विश्व हिन्दी सचिवालय, मॉरीशस ने मैट्स यूनिवर्सिटी के कला एवं मानविकी अध्ययनशाला, हिन्दी विभाग के प्राध्यापक और वरिष्ठ पत्रकार डॉ. कमलेश गोगिया के रिसर्च पेपर को विश्व हिन्दी पत्रिका-2023 में भी प्रकाशित किया है। अंतरराष्ट्रीय स्तर की यह शोध पत्रिका हाल ही में जारी की गई जिसमें विश्व के कोने-कोने से हिंदी विद्वानों, रचनाकारों, शिक्षाविदों, भाषाविदों, तकनीकविदों, अध्येताओं, पत्रकारों आदि के मौलिक शोध पत्र आमंत्रित किये गये थे। इनमें छत्तीसगढ़ से एकमात्र डॉ. कमलेश गोगिया के शोध पत्र ’हिन्दी के प्रचार-प्रसार में भारतवंशियों के योगदान’ को प्रमुखता के साथ स्थान दिया गया है।
इस पत्रिका में पूरे विश्व के 35 विद्वानों के शोध आलेख शामिल किए गए हैं। वर्ष 2021 और वर्ष 2022 में भी डॉ. कमलेश गोगिया के अलग-अलग विषयों से संबंधित मौलिक शोध पत्र को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। विश्व हिंदी सचिवलाय, मॉरीशस सरकार और भारत सरकार की द्विपक्षीय संस्था है जिसके द्वारा वर्ष में एक बार प्रकाशित होने वाली वार्षिक शोध पत्रिका में पूरे विश्वभर से शोध आलेख आमंत्रित कर श्रेष्ठ व मौलिक शोध पत्रों को चयनित कर प्रकाशित किया जाता है। डॉ. कमलेश गोगिया हिन्दी पत्रकारिता, हिन्दी भाषा और साहित्य सहित विभिन्न समसामयिक सामाजिक विषयों पर अनुसंधानरत हैं। यह जानकारी मैट्स यूनिवर्सिटी के हिन्दी विभाग की विभागाध्यक्ष एवं प्राध्यापक डॉ. रेशमा अंसारी ने दी।