विश्व शांति के लिए सभी राष्ट्राध्यक्ष, यूनेस्को और यूएनओ से करेंगे अपील
पुणे (mediasaheb.com), | राष्ट्रपिता महात्मा गांधीजी के विचारों को अपनाना चाहिए तथा विश्व शांति का प्रचार-प्रसार करना चाहिए. इस मुख्य उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए ‘मेल टू महात्मा’ की अभिनव अवधारणा को माइर्स एमआईटी शिक्षण समूह और एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी द्वारा कार्यान्वित किया जाएगा. इस समूह के ७२ हजार छात्रों और ३ हजार शिक्षण और गैर शिक्षण कर्मचारियों ने संयुक्त राष्ट्र, यूनेस्को और दुनिया भर के सभी प्रमुख देशों के राष्ट्राध्यक्षों को पत्र लिखने का संकल्प लिया है. इसमें यह उल्लेख किया जाएगा कि महात्मा गांधीजी के विचारों को लागू करे. हमें रक्तपात और सीमा विवाद को रोकने तथा शांति स्थापित करने की पहल करनी चाहिए. इसके लिए माइर्स एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष विश्वधर्मी प्रो. डॉ. विश्वनाथ न सभी से अपील की है.
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की ७८वीं पुण्यतिथि के अवसर पर एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने यह संकल्प किया.
इस अवसर पर डब्ल्यूपीयू के कुलपति डॉ. आर.एम.चिटणीस, प्र कुलपति डॉ.मिलिंद पांडे, डॉ. संजय उपाध्ये, प्रो. दत्ता दंडगे, डॉ. मिलिंद पात्रे, डॉ. महेश थोरवे सहित विद्यार्थी परिषद के सभी पदाधिकारी एवं विद्यार्थी उपस्थित थे. डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने कहा, म. गांधीजी निरंतर आत्म परीक्षण में लगे रहते थे. उनके विचारों को जीवन में लाना आवश्यक है. अब उनके सिद्धांतों पर विचार करने का समय आ गया है. वैश्वीकरण के युग में वैज्ञानिक और औद्योगिक प्रगति हुई. यही कारण है कि भौतिक सुख सुविधाओं की दौड़ जारी है. ऐसे समय में अज्ञानता, अहंकार और स्वार्थ के कारण अराजकता, आतंकवाद, रक्तपात आदि भी बढ़ता हुए दिखाई दे रहा है. इसलिए यह भय है कि हम २१वीं सदी का अंत देखेंगे या नहीं.
विश्वविख्यात कंप्यूटर वैज्ञानिक डॉ. विजय भटकर ने ११वें शांति सम्मेलन के अवसर पर ‘मेल टू महात्मा’ शीर्षक से एक लेख लिखा था. इससे प्रेरित होकर विश्व शांति के दूत महात्मा गांधी की ७८ वीं पुण्यतिथि के अवसर पर शिक्षकों एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों ने महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि अर्पित की.