(पुण्यतिथि २९जनवरी 🌹)
बिलासपुर (mediasaheb.com), सांवला चेहरा , आंखों पर मोटा चश्मा , बिखरे बाल, कंधे पर खादी का झोला, आम जन को सदा उपलब्ध,अपना कुछ नहीं , सड़क से संसद तक जनता के लिए लड़ना .. नई पीढ़ी, तो उन्हें शायद नहीं जानती, मीडिया भी उन्हें कम ही याद करता है , मै बात कर था था जार्ज फर्नांडिस की..
ये तस्वीर, आपातकाल की है, जो विश्व के अनेक न्यूज पेपर के मुख पृष्ठ पर छपी उन्हें हथकड़ी पहनाई गई ,अनेक अत्याचार हुए, जेल में बंद रहे, संविधान , लोकतंत्र की रक्षा के लिए जीवन दांव पर लगाया , उन दिनों संजय गांधी और उनकी टोली के सब से बड़े दुश्मन..
जनसंघियों से मित्रता रही किन्तु समाजवाद मानो रक्त में समाहित हो चुका था, सिद्धांत को जीवन में जीने वाले व्यक्तित्व थे जार्ज साहब , कथनी करनी में कोई अंतर नहीं , आज जब लालू और मुलायम के करोड़पति लड़के समाजवाद की बात करते है तो बड़ा हास्यास्पद लगता है
वे ट्रेड यूनियन से निकले व्यक्ति थे , उनके नेतृत्व में पूरे देश की रेलवे के चक्के थमे थे , देश की सब से बड़ी रेल हड़ताल .. चाहे वो मुंबई के टैक्सी वालों के मुद्दे हो , या सर्वहारा वर्ग के आम जन के मुद्दे जार्ज आजीवन संघर्ष रत रहे कांग्रेस , उसकी नीतियों और परिवारवाद के सख्त विरोधी
अटल और आडवाणी जी बड़ी गहरी मित्रता रही किन्तु समाजवाद के प्रति गहरी निष्ठा अटल जी ने उन्हें रक्षा मंत्री बनाया, मंत्री बनने के बाद भी उनके द्वार आम जन के लिए खुले रहे , उनसे कोई भी व्यक्ति मिल सकता था , वीं आई पी संस्कृति के कट्टर विरोधी
पूरा जीवन आम जन को समर्पित , न अपने लिए कुछ जोड़ा न अपने परिवार के लिए.. उनकी पुण्यतिथि पर नमन🌹
डॉ. संजय अनंत©