मुंबई, (mediasaheb.com)| लगभग छह दशक तक दर्शकों के दिलों पर राज करने वाले अभिनेता-फिल्मकार देवानंद को फिल्म इंडस्ट्री में पहचान बनाने के लिये कड़ा संघर्ष करना पड़ा था। पंजाब के गुरदासपुर में एक मध्यम वर्गीय परिवार में 26 सितंबर 1923 को जन्मे धर्मदेव पिशोरीमल आनंद उर्फ देवानंद ने अंग्रेजी साहित्य में अपनी स्नातक की शिक्षा 1942 में लाहौर के मशहूर गवर्नमेंट कॉलेज से पूरी की । देवानंद इसके आगे भी पढ़ना चाहते थे लेकिन उनके पिता ने साफ शब्दों में कह दिया कि उनके पास उन्हें पढ़ाने के लिये पैसे नहीं है और यदि वह आगे पढ़ना चाहते है तो नौकरी कर लें। देवानंद ने निश्चय किया कि यदि नौकरी ही करनी है तो क्यों ना फिल्म इंडस्ट्री में किस्मत आजमाई जाए। (वार्ता)
Tuesday, July 1
Breaking News
- राजा रघुवंशी के परिवार ने मांग की हत्या का कारण अब तक स्पष्ट नहीं हुआ है, सोनम रघुवंशी का नार्को टेस्ट हो चाहिए
- इंदौर : खजराना गणेश का नया सोने का मुकुट बनेगा, डिजाइन भी फाइनल हो गई ,पहले 3 किलो चांदी का मुकुट बनेगा
- एक बगिया माँ के नाम परियोजना 15 अगस्त से होगी शुरू : मुख्यमंत्री डॉ. यादव
- भारत के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के लिए इंग्लैंड ने अपनी प्लेइंग इलेवन में कोई बदलाव नहीं किया
- पोषण ट्रेकर ऐप का प्रशिक्षण निचले अमले को अवश्य दें, अधिकारी करें मॉनिटरिंग : मंत्री सुश्री भूरिया
- प्रमुख अभियंता की तथ्यात्मक रिपोर्ट में शिकायत पाई गई निराधार
- पर्यटकों के लिए मॉन्यूमेंट गुरु है ‘गाइड’- प्रमुख सचिव शुक्ला
- केंद्रीय मंत्री श्री शाह की अध्यक्षता में हुई सभी राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों के सहकारिता मंत्रियों की ‘मंथन बैठक’
- पीएम-अभीम सहित 15वें वित्त आयोग के कार्यों को समय सीमा में करें पूर्ण: उप मुख्यमंत्री शुक्ल
- मैहर पुलिस अधीक्षक सुधीर अग्रवाल ने किया थाने का निरीक्षण