साल्ही;(mediasaheb.com)| विश्व आदिवासी दिवस के उपलक्ष्य में अदाणी फाउंडेशन द्वारा कल राजस्थान राज्य विद्युत् उत्पादन निगम लिमिटेड (आरआरवीयूएनएल) के सरगुजा स्थित परसा ईस्ट केते बासेन (पीईकेबी) खुली खदान के आस पास के 14 ग्रामों के गणमान्य आदिवासी नागरिकों को सम्मानित किया गया। अदाणी फाउंडेशन हर वर्ष विश्व आदिवासी दिवस पर पीईकेबी के ग्रामों में आदिवासी समुदाय के उत्थान में उत्कृष्ट योगदान के लिए आदिवासी नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को सम्मानित करता है।
सम्मान समारोह में मुख्यअतिथि के तौर पर अदाणी इंटरप्राइजेज सरगुजा के क्लस्टर हेड मनोज कुमार शाही मौजूद थे, जबकि अध्यक्षता भू -अधिग्रहण के हेड संजय कुमार श्रीवास्तव और अदाणी विद्या मंदिर के प्राचार्य दिलीप कुमार ने की। कार्यक्रम में ग्राम पंचायत साल्ही के सरपंच विजय सिंह कोर्रम, ग्राम पंचायत परसा के सरपंच झल्लू राम, ग्राम फतेहपुर के रघुनाथ, शासकीय प्राथमिक शाला घाटबर्रा के शिक्षक देव सिंह, ग्राम विकास केंद्र साल्ही की प्रमुख श्रीमती रायमुनि, ग्राम पंचायत तारा की पूर्व सरपंच श्रीमती संपतिया और ग्राम जनार्दनपुर के पूरन सिंह सहित 200 से अधिक लोगों को सम्मानित किया गया। इसके साथ महिला उद्यमी बहुउदेश्शीय सहकारी समिति (मब्स) की अध्यक्ष श्रीमती अमिता सिंह, और उपाध्यक्ष श्रीमती वेदमती उइके को भी क्षेत्र के आदिवासी महिलाओं के आजीविका संवर्धन में सहायता हेतु सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए क्लस्टर हेड मनोज कुमार शाही ने कहा कि ,” आरआरवीयूएनएल द्वारा सामाजिक सरोकारों के तहत चलाये जाने वाले सभी कार्यक्रम स्थानियों के विकास को ध्यान में रखकर चलाये जा रहे है। इसमें न सिर्फ यहां के आदिवासी भाइयों का विकास की मुख्यधारा से जोड़ने का कार्य किया जा रहा है अपितु उनके ग्रामों को भी विकास की राह में अग्रेषित करने हेतु प्रतिबद्ध है।”
कार्यक्रम में पधारे सभी आदिवासी गणमान्य लोगों का शैला नृत्य से अभिनंदन किया गया। वहीं मंच का संचालन श्रीमती सावित्री अर्मो, ग्राम समन्वयक – मब्स ने किया।
सभी आदिवासी गणमान्य व्यक्तियों द्वारा स्वास्थ्य, शिक्षा, स्थायी आजीविका और महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में आरआरवीयूएनएल के सामाजिक सरोकारों के तहत अदाणी फाउंडेशन द्वारा चलायी जा रही सामुदायिक विकास की परियोजनाओं की सराहना की और इसे जारी रखने की अपील की गई।
अदाणी फाउंडेशन के बारे में:
1996 में स्थापित, अदाणी फाउंडेशन वर्तमान में 18 राज्यों में सक्रिय है, जिसमें देश भर के 2250 गाँव और कस्बे शामिल हैं। फाउंडेशन के पास प्रोफेशनल लोगों की टीम है, जो नवाचार, जन भागीदारी और सहयोग की भावना के साथ काम करती है। वार्षिक रूप से 3.2 मिलियन से अधिक लोगों के जीवन को प्रभावित करते हुए अदाणी फाउंडेशन चार प्रमुख क्षेत्रों- शिक्षा, सामुदायिक स्वास्थ्य, सतत आजीविका विकास और बुनियादी ढा़ंचे के विकास, पर ध्यान केंद्रित करने के साथ सामाजिक पूंजी बनाने की दिशा में काम करता है। अदाणी फाउंडेशन ग्रामीण और शहरी समुदायों के समावेशी विकास और टिकाऊ प्रगति के लिए कार्य करता है, और इस तरह, राष्ट्र-निर्माण में अपना योगदान देता है।