रायपुर (mediasaheb.com) | स्थानीय न्यू सर्किट हाउस में बाल अधिकारों के संरक्षण के लिए आहवान कार्यक्रम आयोजित हुआ। इस कार्यक्रम का उद्देश्य सामान्य जन को संवेदनशील बनाते हुए बाल अधिकारों के प्रति उन्हें सही दृष्टिकोण प्रदान करना था। कार्यक्रम की अध्यक्षता तेजकुंवर नेताम छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण की अध्यक्षत ने की।
मैट्स विश्वविद्यालय के कुलसचिव गोकुलानंदा पंडा ने कार्यक्रम को उद्बोधन करते हुए अपने सम्भाषण में कहा कि प्राकृतिक रूप से धरती पर जन्मे प्रत्येक प्राणी को जीवन, विकास, संरक्षण और सहभागिता का अधिकार प्राप्त है। उन्होंने युवा वर्ग का आहवान किया कि वे आगे बढ़कर इस दिशा में कार्य करें। श्री पंडा ने आयोग को इस सकारात्मक पहल हेतु धन्यवाद ज्ञापित किया। मैट्स विश्वविद्वालय की मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. शाईस्ता अंसारी ने भी आयोग को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए प्रतिभागियों को इस विषय को अपने जीवन और समाज में ले जाने की अपील की। मैट्स विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग एवं विश्वविद्यालय के छात्रों ने इस कार्यक्रम में उपस्थिति दर्ज की। विभाग की ओर से डॉ. अंशु श्रीवास्तव, चित्रा पांडे, मि. अशफाक हुसैन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में गतिविधियों, रचनात्मक खेल और फिल्मों तथा सहज प्रदर्शन के माध्यम से आयोग के सचिव प्रतीक खरे ने बाल अधिकारों के संबंध में रोचक जानकारी दी। सारे कार्यक्रम को समस्त छात्रों ने उत्साहपूर्वक ग्रहण किया। डॉ. वी रामाराव, डायरेक्टर आफ भिलाई इंस्टीटियूट आफ टेक्नालाजी भी कार्यक्रम में उपस्थित रहें। कार्यक्रम की सराहना कुलाधिपति गजराज पगारिया ने की तथा मैट्स विश्वविद्यालय के महानिदेशक प्रियेश पगारिया जी एवं कुलपति प्रो. के. पी. यादव ने भविष्य में इस तरह के सराहनीय प्रयास की आकांक्षा करते हुए शुभकामनाएं व्यक्त की।