नयी
दिल्ली, (mediasaheb.com)
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना संकट को अभूतपूर्व जंग बताते हुए आज कहा कि
इससे निपटने का एकमात्र विकल्प देश को आत्मनिर्भर बनाना है और सरकार इसके लिए ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के तहत
कुल मिलाकर 20 लाख करोड़ रूपये का विशेष आर्थिक पैकेज
देगी।
कोरोना
महामारी से निपटने के लिए चलाये जा रहे राष्ट्रव्यापी अभियान के बीच श्री मोदी ने
आज देशवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि यह जिंदगी बचाने की जंग है और हमें बिना
हारे, थके और टूटे बिना लड़ना है। उन्होंने कहा
,
“ हमें जंग
के नियमों का पालन करते हुए इसे जीतना होगा , हमें बचना
भी है और आगे भी बढना है। ”
श्री मोदी
ने कहा कि भले ही कोरोना महामारी के कारण उत्पन्न संकट अभूतपूर्व हो लेकिन संकल्प
हमेशा संकट से विराट होता है और हमें ऐसा ही विराट संकल्प लेना होगा। भारत को
आत्मनिर्भर बनाने का संकल्प।
प्रधानमंत्री
ने कहा कि व्यक्ति की संकल्पशक्ति के सामने कोई लक्ष्य और राह मुश्किल नहीं होती।
इसी संकल्पशक्ति के बल पर हमें 21 वीं सदी
को भारत की सदी बनाना है।
उन्होंने
कहा कि सरकार इसके लिए आत्मनिर्भर भारत अभियान के तहत विशेष आर्थिक पैकेज देगी।
इससे पहले सरकार और रिजर्व बैंक द्वारा घोषित पैकेजों को अगर जोड़ दिया जाये तो यह
20 लाख करोड़ के बराबर हो जाता है। यह भारत के कुल जीडीपी का 10 प्रतिशत के बराबर होगा। उन्होंने कहा कि वित्त मंत्री निर्मला
सीतारमण जल्द ही इस पैकेज के बारे में विस्तार से जानकारी देंगी।
लॉकडाउन का चौथा चरण नये रंगरूप, नये नियमों वाला होगा
प्रधानमंत्री
नरेन्द्र मोदी ने कोरोना विषाणु की वैश्विक महामारी के कारण 25 मार्च से जारी देशव्यापी लॉक डाउन को 17 मई से आगे बढ़ाने की घोषणा करते हुए आज कहा कि चौथे चरण में
नये नियम लागू होंगे तथा मास्क लगा कर और दो गज की दूरी का पालन करते हुए देशवासी
अपने लक्ष्यों को हासिल करने के लिए आगे बढ़ेंगे।
श्री मोदी
ने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा, “लॉकडाउन
का चौथा चरण, लॉकडाउन 4.0, पूरी तरह
नए रंग रूप वाला होगा, नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो
सुझाव मिल रहे हैं, उनके आधार पर लॉकडाउन 4.0 से जुड़ी जानकारी भी आपको 18 मई से
पहले दी जाएगी।”
उन्होंने
कहा कि कोरोना लंबे समय तक जीवन का हिस्सा रहने वाला है। लेकिन ऐसा नहीं है कि
हमारी जिंदगी कोरोना के इर्दगिर्द ही सिमट कर रह जाये। हम मास्क पहनेंगे और दो गज
की दूरी का पालन करेंगे लेकिन अपने लक्ष्यों को दूर नहीं होने देंगे और उन्हें
पाने के लिए आगे बढ़ेंगे।
प्रधानमंत्री
ने कहा कि नियमों का पालन करते हुए इस संकट से लडेंगे भी और आगे भी बढ़ेंगे।
श्री मोदी
ने कोरोना संकट को भारत के लिए एक अवसर भी बताया और 21वीं सदी को भारत की सदी बनाने के लिये आत्मनिर्भर भारत का
मंत्र दिया। श्री मोदी ने देश के सूक्ष्म, लघु, मध्यम उद्यमों, कुटीर
उद्योगों, किसानों आदि के लिए 20 लाख करोड़ रुपए के आर्थिक पैकेज की भी घोषणा की। उन्होंने कहा
कि वैश्वीकरण के युग में आये इस संकट को स्थानीय यानी लोकल पर निर्भरता के कारण
काफी हद तक नियंत्रित किया जा सका है। इसने प्रत्येक क्षेत्र में हर प्रकार की
आत्मनिर्भरता के मंत्र को जीवंत किया है।
प्रधानमंत्री
ने कहा, “आत्मनिर्भरता हमें सुख और संतोष देने के
साथ-साथ सशक्त भी करती है। 21वीं सदी, भारत की सदी बनाने का हमारा दायित्व, आत्मनिर्भर भारत के प्रण से ही पूरा होगा। इस दायित्व को 130 करोड़ देशवासियों की प्राणशक्ति से ही ऊर्जा मिलेगी।
आत्मनिर्भर भारत का ये युग, हर भारतवासी के लिए नूतन प्रण भी होगा, नूतन पर्व भी होगा। अब एक नई प्राणशक्ति, नई संकल्पशक्ति के साथ हमें आगे बढ़ना है।”
उन्होंने
कहा कि जब आचार विचार में कर्त्तव्य का भाव हो,कर्मठता
की पराकाष्ठा हो, कौशल की पूंजी हो तो आत्मनिर्भर बनने से
कौन रोक सकता है। भारत को आत्मनिर्भर बनना ही होगा। (वार्ता)