रायपुर,(mediasaheb.com) । वादों को पूरा करने और समाज के अंतिम वर्ग तक लाभ पहुँचाने को संकल्पित CM भूपेश बघेल के एक प्रयास ने रंग दिखाया है। भूपेश सरकार ने प्रॉपर्टी गाईडलाईन मे तीस प्रतिशत की कमी की थी जिसके पीछे रणनीति थी कि, बाज़ार में मुद्रा का चलन बढ़े और पंजीकरण शुल्क में आशिंक वृद्धि हुई थी जिससे राज्य के ख़ज़ाना समृद्ध हो।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की यह सोच सार्थक और सफल रही है, इसका प्रमाण आँकड़े दे रहे हैं। आँकड़े यह बताते हैं कि, महज़ पैंतालिस दिनों में 152 करोड़ रुपए राजस्व छत्तीसगढ के ख़ज़ाने में जमा हुआ है। याने प्रॉपर्टी गाइड लाईन दर में कमी ने छत्तीसगढ़ के बाज़ार में पूँजी को चलायमान किया है।
आँकड़ों को देखे तो पता चलता है कि, बीते वर्ष 25 जुलाई से 10 सितंबर 2018 में आय 90 करोड़ थी जबकि इसी समयावधि में इस वर्ष यह आँकड़ा 69 प्रतिशत की छलाँग लगा गया है।
बीते पैंतालिस दिनों में याने जबसे प्रॉपर्टी गाईडलाईन दर में कमी और पंजीकरण शुल्क में वृद्धि हुई है, 27393 भू पंजीकरण दर्ज किए गए हैं, जबकि बीते बरस के आँकड़े की तुलना में यह आँकड़ा 9541 अधिक है।