अब कांग्रेस ने लगाई है रोक
फिर से लेनी होगी अनुमति
रायपुर(media saheb) छत्तीसगढ़ में पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के अंतिम दाैर में हुआ एक बड़ा कारनामा सामने आया है। बताया गया है कि 6 अक्टूर को विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद करोड़ों रूपए के निर्माण कार्यों के टेंडर जारी किए गए थे। उच्च पदस्थ सूत्रों की माने तो सरकार ने आखरी दाैर में 6 अक्टूबर की शाम टेंडर समिति की बैठक की थी। लेकिन इससे पहले आचार संहिता का पालन दिखाने के लिए एक आदेश जारी कर कहा गया कि यह बैठक दोपहर 2 बजे होगी। क्योंकि आचार संहिता दोपहर तीन बजे लगी। हालांकि यह बात केवल कागजों पर रही। निविदा समिति की बैठक शाम 6 बजे ही की गई उसमें सैकड़ो करोड़ के टेंडरों को मंजूरी दी गई थी।
अब कांग्रेस की सरकार बनने के बाद ये आदेश जारी किया गया है कि जनवरी से अक्टूबर 2018 के बीच मंजूर किए गए सभी ऐसे कार्यों पर रोक लगाई जा रही है जो अब तक प्रारंभ नहीं हुए हैं। इस आदेश के बाद करीब साढ़े चार हजार करोड़ रूपए के कार्य रोक दिए गए हैं। सरकार का आदेश है कि रोके गए कार्यों के लिए फिर से अनुमति लेनी होगी। सरकार ये देखेगी कि ये कार्य प्राथमिकता में शामिल है या नहीं। अगर प्राथमिकता में शामिल होंगे तो मंजूरी मिलेगी, नहीं को ये स्वीकृत टेंडर ठंडे बस्ते में जाएंगे।
इन कार्यों के टेंडर हुए थे मंजूर
देवपहरी लेमरू से श्यांग मार्ग 8 किमी की लागत 1095.71 लाख रुपए
मुलमुला पामगढ़ मार्ग लंम्बाई 26.70 किमी लागत 8100.95 लाख
सीआरपीए चांदूला पथरिया मार्ग लंम्बाई 15.20 किमी लागत 3071.74 लाख
हिन्द स्पोर्टिंग मैदान मार्ग लाखेनगर में सीसी निर्माण, सेनेटरी, विद्युतीकरण, वाटर हारवेस्टिग कराने का काम लागत 2284.29 लाख
दुर्ग विवि पोटिया जिला दुर्ग में प्रशासनिक भवन में सेनेटरी, वाटर सप्लाई सिस्टम उपलब्ब्ध कराने 1422.96 लाख
बलौदाबाजार कसडोल चिचपोल मार्ग 5 किमी के लिए लागत 1019.28महाराजगंज गुंडीखहरी मार्ग पर पाथोर नाले पर पुल और मार्ग के लिए 584.54 लाख की राशि का प्रावधान
कांकेर ब्रम्हचर्यपारा अलोर मार्ग के देवधा नाला पर ईब नदी पर पुल और मार्ग निर्माण लागत 1011.12 लाख रुपए