मुजफ्फराबाद, (mediasaheb.com) । कश्मीर मुद्दे पर दुनिया में कहीं भी समर्थन नहीं मिलने के बाद बौखलाए इमरान अब कश्मीरी आवाम को भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। हालांकि उनकी कश्मीर ऑवर वाली योजना पाकिस्तान में ही बुरी तरह विफल रही है। फिर भी वह कश्मीरियों के साथ एकजुटता दिखाने का ढोंग नहीं त्याग रहे हैं।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने कश्मीरियों के साथ एक जुटता दिखाने के लिए शुक्रवार को जुम्मे की नमाज अदा करने के बाद यहां एक आम सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि कश्मीर एक मानवीय मुद्दा है और वह इस मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र महासभा में उठाएंगे।
हालांकि खान ने यह स्वीकार किया कि आर्थिक हितों की वजह से मुस्लिम देशों ने उनका साथ नहीं दिया। लेकिन मुस्लिम देशों के सवा अरब मुस्लिम इसे देख रहे हैं। गुलाम कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद में उन्होंने कहा, , ‘ मैं संयुक्त राष्ट्र महासभा में कश्मीर का मसला उठाऊंगा और पूरी दुनिया को इसके बारे में जानकारी दूंगा।’
इमरान खान ने आगे कहा , ‘मैं जानता हूं कि आप में से कई लोगों ने नियंत्रण रेखा को पार करने की कोशिश की है, लेकिन मैं आज आपसे कहता हूं कि अभी इसकी जरूरत नहीं है। आप लोग तब नियंत्रण रेखा के पार जाना जब मैं आपसे जाने को कहूं। ‘
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने कहा कि ‘जब आप भारतीय मुसलमानों को यह संदेश देंगे कि भारत केवल हिंदुओं के लिए है, तो आप उन्हें अतिवाद की ओर धकेलेंगे। यही कारण है कि मैं अंतरराष्ट्रीय बिरादरी से कह रहा हूं कि वे भारत के हिटलर को रोकें। ‘
विदित हो कि खान ने शुक्रवार दोपहर जुमे की नमाज के बाद मुजफ्फराबाद के लोगों को इस रैली में शामिल होने का हुक्म दिया था। सूत्रों के मुताबिक रैली के लिए भीड़ इकट्ठा करने का जिम्मा खुफिया की खुफिया पुलिस को सौंपा गया था।
दरअसल, पाकिस्तानी वजीर ए आजम इमरान अपने देश अब तक हर मोर्चे पर विफल रहे हैं। कश्मीर उनके लिए अपनी नाकामी छिपाने का जरिया बन गया है। उनके कश्मीरी राग से कुछ हासिल होगा यह कहना मुश्किल है, लेकिन कुछ दिनों तक वह लोगों को उलझा कर जरूर रखेंगे।
इससे पहले इमरान के पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद अहमद ने यहां संवाददाता सम्मेलन में भारत को एक बार फिर गीदड़भभकी दी थी। उन्होंने कहा कि अनुच्छेद 370 हटाकर भारत ने बड़ी भूल की है जिससे कश्मीर 1947 की स्थिति में पहुंच गया है। शेख रशीद ने यह भी कहा कि पड़ोसी देश महाशक्ति बनने का सपना देख रहा है जो कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा। साथ ही मंत्री ने युद्ध की भी धमकी दी। (हि.स.)