नई दिल्ली, (mediasaheb.com) । लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, राज्य सभा में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आजाद और राज्य सभा के उप सभापति हरिवंश समेत कई केंद्रीय मंत्री, सांसद और पूर्व सांसदों ने पूर्व लोकसभा अध्यक्ष सोमनाथ चटर्जी जयंती पर संसद के केन्द्रीय कक्ष में उनके चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित की ।
इस अवसर पर संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद सिंह पटेल, लोकसभा की महासचिव स्नेहलता श्रीवास्तव और लोकसभा तथा राज्यसभा सचिवालय के अधिकारियों ने भी उन्हें पुष्पांजलि दी।
चटर्जी का व्यक्तित्व बहुआयामी था और शिक्षा तथा खेलकूद से लेकर राष्ट्रीय राजनीति में भी उनकी रुचि थी। वह हर अर्थ में आम जनता से जुड़े हुए व्यक्ति थे। उन्होंने राजनीतिक संबद्धता से ऊपर उठकर भारत के लोकतंत्र के सिद्धांतों एवं मूल्यों के प्रति अडिग प्रतिबद्धता दर्शाई।
वर्ष 1971 में लोकसभा सदस्य बने सोमनाथ चटर्जी सभी सांसदों के लिए अनुकरणीय थे। एक कुशल अधिवक्ता, ट्रेड यूनियन के नेता, मुखर और प्रभावी सांसद, एक कद्दावर नेता और बाद में विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के अध्यक्ष रहे चटर्जी ने लोकतंत्र में विश्वास करने वाले विश्व के समर्थकों को प्रोत्साहित किया। सार्वजनिक जीवन के दौरान उनका सतत प्रयास रहा कि वह जनता के मन में लोकतांत्रिक संस्थाओं के प्रति सम्मान की भावना जागृत करें और इन संस्थाओं में जनता का विश्वास बनाये रखें। चटर्जी 4 जून, 2004 से 31 मई, 2009 तक लोकसभा अध्यक्ष रहे। (हि.स.)