पीढ़ियों के भरोसे का नाम है जन परिषद : ऋषि शुक्ला
जन परिषद एक बिरली सामाजिक संस्था: राजीव वर्मा
सोशल क्राउन की सही हकदार है जन परिषद: आशिता कोचर
भोपाल (mediasaheb.com)| l जन परिषद ने गत 35 वर्षों में रचनात्मक रचनात्मक उपलब्धियों की जो पूंजी अर्जित की है, उसके नेपथ्य में एक तरफ सदस्यों की लगनशीलता और जुनून है तो दूसरी तरफ लोगों का जन परिषद के प्रति भरोसा है l और मुझे भरोसा है कि जन परिषद के प्रति आनेवाली पीढ़ी का भरोसा और बढ़ेगा l उक्त उदगार सीबीआई के पूर्व डायरेक्टर एवं वरिष्ठ पूर्व आईपीएस अधिकारी श्री ऋषि शुक्ला ने जन परिषद के 35 वें स्थापना दिवस को संबोधित करते हुए प्रगट किए l उन्होंने जन परिषद के संदर्भ में कहा कि लोगों को जोड़ने और लंबे समय तक जोड़े रखने की जो कला जन परिषद परिवार में है , वह निश्चित रूप से अत्यधिक बिरला गुण है , और शायद यही उनकी सफलता का कारण भी l
वरिष्ठ रंगकर्मी एवं फिल्म अभिनेता राजीव वर्मा ने जन परिषद के संदर्भ में विशेष रूप से रेखांकित करते हुए कहा कि बैतूल जैसे छोटे से शहर से पल्लवित होकर , राष्ट्रीय और अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक का सफर , सक्रियता और संकल्प का परिणाम है , और इसीलिए मैं जन परिषद को एक बिरली सामाजिक संस्था मानता हूं l स्वागत भाषण संस्था के अध्यक्ष और पूर्व डीजीपी श्री एन के त्रिपाठी ने , संचालन रामजी श्रीवास्तव ने ,प्रतिवेदन वाचन श्री अजय श्रीवास्तव नीलू ने एवं आभार प्रदर्शन श्री महेंद्र जोशी ने किया l
इस अवसर पर मिस यूनिवर्स टाइटैनिक ब्यूटी सुश्री आशिता कोचर ने कहा कि सीमित साधनों के बाबजूद ,संस्थाओं की कार्यप्रणाली और उपलब्धियों के आधार पर यदि कोई अंतरराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता हो , तो मेरी मान्यता है कि जन परिषद निश्चित रूप से सामाजिक क्राउन की हकदार होगी l समारोह में कुछ उपलब्धि प्राप्त व्यक्तित्वों को मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया l
समारोह में पूर्व आईएएस अधिकारी अजात शत्रु श्रीवास्तव , पूर्व आईएएस अधिकारी गण एस के मिश्रा , जी पी श्रीवास्तव, मनीष श्रीवास्तव, पूर्व एपीसीसीएफ अखिलेश अर्गल , मिसेज वर्ल्ड वाइड भूमिका सिंह, मिसेज यूनिवर्स प्रगति सेठ, मिसेज इंडिया मनीषा आनंद , जन परिषद के देश भर के चैप्टर्स के पदाधिकारी गण और गणमान्य नागरिक गण उपस्थित थे l
वे रोते रोते वृक्षारोपण कर रहे थे
समारोह में शामिल श्री के पी अग्निहोत्री को सम्मानित करते हुए बताया गया कि जन परिषद ने पर्यावरण की दृष्टि से सभी 210 चैप्टर्स को आव्हान किया कि सभी चैप्टर्स अपने अपने क्षेत्र में यथा संभव वृक्षारोपण करें l संयोग से उन्ही दिनों अग्निहोत्री जी के सगे भाई का निधन हो गया , इसके बाबजूद उन्होंने उस समय जितने लोग उनके यहां संवेदना प्रगट करने आए सबको एक एक पोधा भेंट किया और स्वयं वृक्षारोपण किया l वे भाई की याद में रोते जा रहे थे और जन परिषद के आव्हान पर पौधों को रोपित कर रहे थे l संचालक ने कहा कि शायद ये दुनिया का प्रथम पौधा होगा , जिसे पानी से नही ,बल्कि आंसुओं से सींचा गया l