कोच्चि (mediasaheb.com) | भूमाता ब्रिग्रेड की संस्थापक एवं महिला अधिकार कार्यकर्ता तृप्ति देसाई मंगलवार को कोचीन अंतरराष्ट्रीय हवाई पर सबरीमला में भगवान अय्यप्पा मंदिर के दर्शन करने पहुंची। पौराणिक रीति-रीवाज एवं परंपराओं के अनुसार 10 से 50 वर्ष तक की महिलाओं को इस मंदिर में जाना वर्जित है।
सुश्री देसाई ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा वह उच्चतम न्यायालय के फैसले के आधार पर यहां मंदिर में भगवान अयप्पा के दर्शन करने आयी हैं। न्यायालय ने अपने फैसले में सभी उम्र की महिलाओं को मंदिर के दर्शन की अनुमति दी है।
भूमाता ब्रिगेड की संस्थापक यहां चार अन्य महिलाओं हरिनाशी काम्बले, छाया, पांडुरंग ओर मनीषी शिंदे के साथ सुबह पांच बजे नेदुम्बेसरी हवाई अड्डे पहुंची। उनके साथ अब सुश्री बीनु अम्मीनि भी हैं जो गत वर्ष अपनी एक अन्य साथी सुश्री कनकदुर्गाी के साथ मंदिर में प्रवेश करने में कामयाब रहीं थीं।
सुश्री देसाई और उनकी टीम हवाई अड्डे पर पहुचने के बाद मंदिर में प्रवेश करने के लिए पुलिस सुरक्षा लेने के लिए काेच्चि शहर आयुक्तालय के कार्यालय पहुंची।
इस बीच राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ( RSS) से जुड़े हिंदू अइक्या वेदी और अन्य संगठनों ने मंदिर में सुश्री देसाई के प्रवेश को लेकर विरोध प्रदर्शन किया जिससे अर्नीली से शनिधानम तक यातायात जाम हो गया और तनाव फैल गया। (वार्ता)