नई दिल्ली/काबुल (mediasaheb.com) उनके देश में शांति तब तक संभव नहीं होगी जब तक कि अफगानिस्तान के हर तबके के लोग एक साथ बैठकर बात नहीं करें। यह अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति हामिद करजई ने तालिबान के साथ व्यापक बातचीत के रद्द होने पर दुख जाहिर करते हुए कहा। करजई ने इस वार्ता के रद्द होने के लिए किसी एक पक्ष को जिम्मेदार नहीं ठहराया। उन्होंने अमेरिका से ”सेना को दूर रखने और इसे (बातचीत को) संभव बनाने” का अनुरोध किया। उल्लेखनीय है कि इससे एक दिन पहले ही कतर में बातचीत की मेजबानी करने वालों ने घोषणा की थी कि अफगानियों की अफगानियों के साथ बातचीत में कौन-कौन शामिल होगा, इस पर निश्चित मत नहीं बन पाने के कारण बातचीत को अनिश्चितकाल के लिए रद्द कर दिया गया। बातचीत कतर में शुक्रवार को शुरू होने वाली थी। कतर में तालिबान का कार्यालय है। बहरहाल करजई ने इस वार्ता के रद्द होने के लिए किसी एक पक्ष को जिम्मेदार नहीं ठहराया।(हि.स.)।
Sunday, June 15
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