नई दिल्ली, (mediasaheb.com) भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी राहुल जौहरी ने कहा है कि विदेशी खिलाड़ियों के बिना आईपीएल कराना संभव नहीं है।
कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए भारत सरकार ने लॉकडाउन #lockdown की घोषणा की थी और यात्रा पर प्रतिबंध लगा दिया था जिसके बाद बीसीसीआई ने अप्रैल में आईपीएल के 13वें सत्र को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया था। हालांकि ऐसी भी चर्चा थी कि आईपीएल को दर्शकों और विदेशी खिलाड़ियों के बिना आयोजित कराया जाए लेकिन जौहरी ने विदेशी खिलाड़ियों के बिना टूर्नामेंट कराने की संभावना को खारिज कर दिया।
राहुल जौहरी ने कहा, “ IPL ऐसा टूर्नामेंट है जहां दुनियाभर के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी आकर खेलते हैं और सभी लोग इसे बरकरार रखना चाहते हैं। जाहिर है कि हालात धीरे-धीरे सामान्य होंगे, आप यह नहीं सोच सकते कि एकदम से चीजें सामान्य हो जाएंगी।”
उन्होंने कहा, “हमें हालात पूरी तरह सामान्य होने का इंतजार करना होगा। हमें सरकार के दिशा र्निर्देश भी देखने होंगे। फिलहाल अभी हवाई यात्रा पर प्रतिबंध है और कुछ जगह इसकी अनुमति दी गयी है और खिलाड़ियों को खेलने से पहले क्वारेंटीन में रहने के लिए कहा गया है। इस प्रकार से टूर्नामेंट के कार्यक्रम में इसका बहुत प्रभाव पड़ेगा।”
इस बीच बीसीसीआई ने भारतीय खिलाड़ियों को यह चुनने की आजादी दे दी है कि देश में क्रिकेट शुरू होने पर वे खेलने के लिए लौटना चाहते हैं या नहीं। जौहरी ने कहा कि खिलाड़ियों की सुरक्षा सर्वोपरि है। हालांकि उनका कहना है बोर्ड इस साल मॉनसून तथा सरकार से इजाजत मिलने के बाद आईपीएल कराने को लेकर आश्वसत है।
राहुल जौहरी ने बुधवार को आयोजित वेबिनार के दौरान कहा, “प्रत्येक खिलाड़ी की सुरक्षा जरुरी है और सभी को अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने का अधिकार है तथा लोगों को उनके फैसला का सम्मान करना चाहिए।”
हालांकि उनके अनुसार आईपीएल को कराने को लेकर सोचना अभी जल्दबाजी होगी। उन्होंने कहा, “हम फिलहाल स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। हम भारत सरकार और उनके दिशा र्निर्देश का पालन करेंगे। हम अपनी तरफ से आगे नहीं बढ़ना चाहते और इसलिए बीसीसीआई ने क्रिकेट को अगले आदेश तक स्थगित करने के दिशा र्निर्देश जारी किए थे। हम लगातार विभिन्न एजेंसी से संपर्क कर रहे हैं।”
उन्होंने कहा कि भारत में मॉनसून के बाद सितंबर के अंत में ही क्रिकेट शुरु करने पर विचार किया जा सकता है। जौहरी ने कहा, “मॉनसून सत्र के बाद ही क्रिकेट शुरु करने पर विचार किया जा सकता है। यही एकमात्र विंडो है, उम्मीद करता हूं कि तब तक स्थिति में सुधार होगा और हम निर्देश के अनुसार कोई फैसला लेने की स्थिति में होंगे।” (वार्ता)