मुक्ताकाशी मंच पर शाम 7 बजे से प्रस्तुति
रायपुर( mediasaheb.com) देश के सुविख्यात कवि-लेखक गजानन माधव मुक्तिबोध की जयंती 13 नवंबर के अवसर पर कल से मुक्तिबोध राष्ट्रीय नाट्य समारोह प्रांरभ हो रहा है जो 17 नवंबर तक चलेगा. संस्कृति विभाग में स्थित मुक्ताकाशी मंच पर आयोजित इस पांच दिवसीय नाट्य समारोह में देश के बहुचर्चित 5 नाटकों की प्रस्तुति होगी।
छत्तीसगढ़ फिल्म एण्ड विजुअल आर्ट सोसायटी के बैनर तले व संस्कृति विभाग के सहयोग से आयोजित समारोह के आयोजक, रंगकर्मी सुभाष मिश्र ने बताया कि समारोह का उदघाटन कल 13 नवंबर को होगा. समारोह के पहले दिन 13 नवंबर को शाम 6.30 बजे मुक्तिबोध राष्ट्रीय नाट्य समारोह का उद्घाटन होगा. इसके पश्चात शाम 7.30 बजे बहुचर्चित नाटक द्रौपदी का मंचन किया जायेगा. इस नाटक की लेखिका, निर्देशिका अस्मिता भट्ट, मुंबई है. अस्मिता भट्ट देश के ख्याति प्राप्त रंग निर्देशिका और अभिनेत्री है।
समारोह के दूसरे दिन 14 नवंबर को शाम 7 बजे नाटक प्रेम पॉलिटिक्स नाटक का मंचन होगा। रंगदूत सीधी मध्यप्रदेश की इस नाट्य प्रस्तुति के लेखक व निर्देशक प्रसन्न सोनी है यह नाटक नदियों की प्रेम कथा है यह नाटक प्रेम का नाटक नहीं बल्कि दिन ब दिन प्रेम में घुलते जा रही नफरत और हिंसा का नाटक है यह नाटक सोम-नर्मदा का नाटक है।
समारोह के तीसरे दिन 15 नवंबर शाम 7 बजे नाटक तितली का मंचन किया जायेगा। इसके लेखक पंकज सोनी है और इसका निदेशन सचिन वर्मा ने किया है। नाट्य गंगा, छिंदवाड़ा की यह प्रस्तुति पूरे देश में सराही गई है।समारोह के चौथे और पांचवे दिन समागम रंगमंडल जबलपुर की दो नाटय प्रस्तुतियां होंगी। 16 नवंबर शाम 7 बजे नाटक गिरीश कर्नाड लिखित बहुचर्चित नाटक अग्नि और बरखा का मंचन किया जाएगा। इस नाटक का निर्देशन आशीष पाठक, जबलपुर ने किया है।
समारोह के अंतिम दिन 17 नवंबर दोपहर में रंगमंच और सिनेमा पर संगोष्ठी होगी जिसमें जयंत देशमुख और आलोक चटर्जी बातचीत करेंगे। इसी दिन शाम 7 बजे नाटक अगरबत्ती का मंचन किया जाएगा। यह नाटक इस समय सर्वश्रेष्ठ नाटकों में से एक है। जिसका मंचन पूरे देश में अलग-अलग स्थानों में जारी है। इस नाटक के लेखक आशीष पाठक हैं और इसका निर्देशन स्वाति दुबे, जबलपुर ने किया है। नाटय के समारोह में शामिल होने के लिए किसी प्रकार का शुल्क नहीं है।