नई दिल्ली,(media saheb) प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की आगामी लोकसभा चुनाव में सत्ता में फिर वापसी का रास्ता हमवार करते हुए वित्तमंत्री पीयूष गोयल ने आज सबको खुश करने वाला बजट पेश किया जिसमें गरीब किसानों को 6 हजार रुपए की सालाना मदद, असंगठित क्षेत्र के मजदूरों को बुढापे में3 हजार की मासिक पेंशन और मध्यम वर्ग को आयकर सीमा को बढ़ाकर 5 लाख रूपए करने का प्रावधान शामिल है।
गरीब किसानों के खाते में सीधे जमा की जाने वाली कुल राशि 75 हजार करोड़ रुपए होगी। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में उतरने से पहले मोदी सरकार ने समाज के हर तबके को साधने का भरसक प्रयास किया है तथा गरीब किसानों, बेसहारा मजदूरों का खास तौर पर ख्याल रखा। अंतरिम बजट में की गई इन लोकलुभावन घोषणाओं से 12 करोड़ छोटे किसान, करीब 40 करोड़ श्रमिक और मध्यम वर्ग के 3 करोड़ लोगों को फायदा होगा। मोदी सरकार ने इन घोषणाओं के जरिए कृषि क्षेत्र में दुर्दशा का शिकार किसानों, असंगठित क्षेत्र के बुजुर्ग मजदूरों ,करदाताओ और मध्यम वर्ग का विश्वास हासिल करने का इंतजाम किया है।
प्रधानमंत्री ने इसे नए भारत का बजट बताते हुए कहा कि यह बजट गरीब को शक्ति देगा, किसान को मजबूती देगा,श्रमिकों को सम्मान देगा, मध्यम वर्ग के सपनों को साकार करेगा, ईमानदार करदाताओं का गुणगान करेगा, आधारभूत ढांचे का विकास करेगा और अर्थव्यवस्था को बल देगा। दूसरी ओर, विपक्ष ने इस बजट को चुनावी फायदा हासिल करने का प्रयास बताते हुए सवाल उठाया कि सरकार ने अंतरिम बजट को चुनावी बजट बना दिया। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि यह वोट बटोरने की कवायद है जबकि पूर्व वित्तमंत्री पी. चिदंबरम ने सवाल उठाया कि इन चुनावी घोषणाओं को पूरा करने के लिए पैसा कहां से आएगा। वित्त मंत्री ने लोकसभा में सत्तापक्ष की हर्षध्वनि और ‘मोदी-मोदी’ के नारों के बीच अपने बजट पिटारे से किसानों के लिए बड़ी राहत देते हुए छोटे किसानों के लिए 6,000रुपये सालाना की न्यूनतम आय देने की योजना पेश की । उन्होंने ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि’ की घोषणा करते हुए कहा कि इससे देश के लगभग 12 करोड़ किसान लाभांवित होंगे और इससे सरकारी खजाने पर सालाना करीब 75 हजार करोड़ रुपये का बोझ आयेगा।
उन्होंने कहा कि सभी किसानों को किसान क्रेडिट कार्ड दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि ‘प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि ’ योजना के तहत किसानों को हर साल 6,000 रुपये की सहायता प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) के माध्यम से सीधे किसानों के बैंक खाते में तीन किस्तों में दी जाएगी। किसानों के बैंक खाते में सरकार दो-दो हजार रुपए की तीन किस्तों के जरिए इसका भुगतान करेगी । गोयल ने कहा कि इसकी पहली किस्त अगले महीने की 31 तारीख तक किसानों के खातों में भेज दी जाएगी। उन्होंने बताया कि इस योजना का लाभ दो हेक्टेयर से कम कृषि भूमि वाले किसानों को मिलेगा। वहीं, वित्तमंत्री ने शहरी-ग्रामीण के बीच के अंतराल को कम करने का इरादा जताते हुए कहा कि देश के गरीबों का देश के संसाधनों पर पहला अधिकार है। उन्होंने कहा कि सरकार ने शहरी-ग्रामीण के बीच की खाई को समाप्त करने की दिशा में काम किया है और गरीबों का देश के संसाधनों पर पहला अधिकार है। गोयल ने असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने के लिए पेंशन योजना शुरु करने की भी घोषणा की।
वित्तमंत्री ने कहा कि ‘प्रधानमंत्री श्रमयोगी मानधन योजना’ के तहत 40 करोड़ मजदूर लाभांवित होंगे तथा इस योजना के तहत मजदूरों को 3,000 हजार रुपए प्रति माह मिलेंगे। उन्होंने कहा कि इस योजना का लाभ मजदूरों को 60 वर्ष की आयु के बाद मिलेगा। योजना का लाभ लेने के लिए मजदूरों को प्रति माह 100 रुपए का अंशदान करना होगा और इतना ही अंशदान सरकार अपनी ओर से करेगी जिसके बाद सरकार उन्हें 3,000 रुपए प्रति माह मासिक पेंशन देगी। इस योजना के लिए सरकार ने इस बजट में प्रारंभिक रूप से 500 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है। गोयल ने आयकर में पांच लाख तक की आय को करमुक्त करने का ऐलान किया वहीं उन्होंने कहा कि डेढ़ लाख रुपए तक की बचत पर भी कोई कर नहीं लगेगा। इस तरह गोयल ने नौकरीपेशा लोगों को 6.5 लाख रुपए तक की आय पर छूट देने का ऐलान किया।
गोयल ने जब अपने भाषण में यह ऐलान किया तो पूरा सदन तालियों की गड़गड़ाहट और ‘मोदी-मोदी’ के नारों से गूंज उठा। सदन में उपस्थित प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी मेज थपथपाकर गोयल की इस घोषणा का समर्थन किया। वित्त मंत्री ने आयकर सीमा का दायरा बढ़ाने के साथ ही स्टैंडर्ड डिडक्शन को 40 हजार रुपए से बढ़ाकर 50 हजार रुपए करने का भी ऐलान किया। इतना ही नहीं वित्तमंत्री ने कहा कि अब एफडी पर मिलने वाले40 हजार रुपए तक के ब्याज पर भी कोई टैक्स नहीं लिया जाएगा। मालूम हो कि अब तक 10 हजार रुपए के ब्याज पर कोई कर नहीं लगता था। गोयल ने सदन में कहा कि इससे मध्यम वर्ग को बड़ी राहत मिलेगी। मोदी सरकार ने रोजगार मुहैया कराने वाले सबसे बड़े क्षेत्र लघु, सुक्ष्म और मंझोले उद्योंगों के साथ ही कपड़ा क्षेत्र के लिए भी कई रियायतों की घोषणा की।
पीयूष गोयल ने समझाया कैसे मिलेगी 5 लाख की आयकर छूट
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने अंतरिम बजट-2019 को पेश करने के बाद पत्रकारों से बात करते हुए मध्यवर्गीय नौकरीपेशा आयकरदाताओं को दी छूट को विस्तार से समझाया।
गोयल ने कहा कि वर्तमान में आयकर नियमों में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है। आयकर छूट को लेकर सारे नियम पहले की तरह ही हैं, बस 5 लाख रुपये की अतरिक्त छूट दी जा रही हैं, जो मौजूदा आयकर छूट के अतरिक्त होगी। गोयल ने बताया कि उन्होंने अंतरिम बजट-2019 में नौकरीपेशा पेशेवरों को आयकर में पांच लाख रुपये की छूट दी है। ये छूट पहले से मौजूद 2.50 लाख रुपये की सीमा और उसके बाद मिलने वाले छूट के प्रावधानों जैसे अधिकृत बचत योजनाओं, बीमा, शिक्षा, गृहाद की टैक्सेबल इनकम पर लागू होगी।
यानी इन सब प्रावधानों के बाद भी यदि आपकी जो भी आय है, जो अब तक टैक्सेबल यानी करयोग्य होती थी, अब उस पर पांच लाख रुपये तक आयकर नहीं देना होगा। इस तरह अब तक तमाम तरह की छूट के बाद पांच लाख रुपये तक की आय पर भी आयकर से छूट मिलेगी। संसद में शुक्रवार को अंतरिम बजट-2019 पेश करते वक्त जब केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने यह घोषणा की थी तो देर तक सदन में तालियां बजती रहीं। इसके साथ सोशल मीडिया सहित तमाम हलकों में ये बातें होने लगीं कि मोदी सरकार ने पांच लाख रुपये तक की आय पर आयकर से छूट दे दी है। इसीलिए वित्त मंत्री ने बाद में प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए स्पष्ट्र किया कि आखिर सरकार की आयकर छूट के मायने क्या हैं।
इससे पहले केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल बजट-2019 के दस्तावेजों के साथ संसद भवन जाने से पूर्व राष्ट्रपति भवन पहुंचे। उन्होंने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मुलाकात की। राष्ट्रपति ने गोयल का जूस पिलाकर स्वागत किया। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने बजट को औपचारिक मंजूरी दे दी है। इसके बाद वित्त मंत्री पीयूष गोयल संसद भवन की ओर रवाना हुए। संसद भवन पहुंचते ही मीडियाकर्मियों ने वित्त मंत्री को घेर लिया। संसद भवन के द्वार क्रमांक 01 पर पीयूष गोयल के बजट दस्तावेजों वाले सूटकेस के साथ तस्वीरें ली गईं, जिसके बाद वे संसद भवन में चले गए। अरुण जेटली के अस्वस्थ्य होने के चलते गोयल को यह जिम्मेदारी दी गई है। जेटली अपने इलाज के लिए अमेरिका गए हुए हैं।(हि.स.)।