बेंगलुरु,(mediasaheb.com) कर्नाटक में पिछले चार दिनों से चले आ रहे राजनीतिक संकट का मंगलवार रात मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के विश्वास प्रस्ताव हारने के बाद अंत हो गया। विश्वास प्रस्ताव के दौरान हुए मतदान में गठबंधन सरका र को 99 तथा भाजपा को 105 मत मिले। मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी का कार्यकाल 23 मई, 2018 से 23 जुलाई, 2019 के बीच रहा।
विश्वास मत हारने के बाद मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी ने मंगलवार रात राज्यपाल वजुभाई वाला से मुलाकात की और कर्नाटक विधानसभा में विश्वास मत हारने के बाद अपना इस्तीफा सौंप दिया। राज्यपाल ने कुमारस्वामी का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है और उन्हें वैकल्पिक व्यवस्था होने तक कार्यवाहक मुख्यमंत्री के रूप में बने रहने के लिए कहा है। इस बीच, शहर पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने बेंगलुरु में एहतियातन आगामी 48 घंटों के लिए निषेधाज्ञा लागू की है। विश्वासमत में कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन सरकार की हार के बाद भाजपा कार्यकर्ताओं ने खुशी मनाई।
अब भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा अगले कुछ दिनों में सरकार बनाने का दावा करेंगे। विश्वास मत के दौरान स्पीकर को छोड़ कुल 204 विधायक सदन में मौजूद थे। कांग्रेस-जेडीएस सरकार के मंगलवार को विधानसभा में विश्वास मत खो देने के बाद इस सरकार का पतन हो गया। चार दिनों तक चली बहस के बाद मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने उनके खिलाफ लाए गए अविश्वास प्रस्ताव का सामना किया। अध्यक्ष के आर रमेश कुमार ने घोषणा की कि 99 विधायकों ने प्रस्ताव के पक्ष में और 105 ने इसके खिलाफ मतदान किया। इस प्रकार छह मतों से गठबंधन सरकार गिर गई।
इससे पहले कांग्रेस नेता सिद्धरमैया और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष येदियुरप्पा के बीच बागी विधायकों को जारी व्हिप को लेकर सदन में बहस हुई। सदन में कांग्रेस नेता डीके शिवकुमार समेत कई नेताओं ने चर्चा में हिस्सा लिया। मंगलवार रात कुमारस्वामी ने सदन में विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया। इस पर स्पीकर ने मतदान कराया। (हि.स.)।


