रायपुर।(media saheb.com) पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय की संगठन व्यवस्था में राष्ट्रीय सेवा योजना का सात दिवसीय विशेष शिविर शनिवार से यहाँ अमलेश्वर स्थित श्रीरामचंद्र मिशन योग आश्रम में प्रारंभ हुआ। शिविर का उद्घाटन मुख्य अतिथि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. केशरी लाल वर्मा ने किया।
राष्ट्रीय सेवा योजना, जिला रायपुर के जिला संगठक डॉ. एल.एस. गजपाल ने बताया कि उद्घाटन समारोह के अन्य सम्मानीय अतिथियों में राज्य एनएएस अधिकारी डॉ. समरेंद्र सिंह, प्रो. ए.के. श्रीवास्तव, संचालक प्रबन्धन संस्थान, प.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर, डॉ. आर.पी. अग्रवाल, कार्यक्रम समन्वयक हेमचन्द यादव विश्वविद्यालय दुर्ग तथा डॉ. नीता बाजपेयी, कार्यक्रम समन्वयक, प.रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय रायपुर उपस्थित रहे।
शिविर के प्रथम दिवस पर उदधाटन सत्र में मुख्य अतिथि पं. रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय के कुलपति माननीय प्रो. केशरी लाल वर्मा ने स्वयं सेवकों को बताया कि शिविर के माध्यम से स्वयं सेवकों में ऊर्जा का संचार होता है। भविष्य में स्वयं सेवकों की नेतृत्व क्षमता का भी विकास होता है तथा समाज में लोगों को जागरूक कर सामाजिक हित व अच्छे संस्कार प्रदान करते है। कार्यक्रम का संचालन आकाश गोस्वामी कार्यक्रम अधिकारी शा उ मा विद्यालय खरतुली ने तथा आभार प्रदर्शन डॉ आर पी अग्रवाल ने किया।
शिविर के बौद्धिक सत्र में श्री अशरफ हिंगोरा मोटिवेशनल स्पीकर ने स्वयं सेवकों को व्यक्तित्व विकास एवं स्पोकन इंग्लिश की विस्तृत जानकारी प्रदान की। ज्ञातव्य हो कि शिविर में प्रतिदिन बौद्धिक सत्र में स्पोकन इंग्लिश की कक्षाएं चलाई जाएगी। शिविर की सांस्कृतिक संध्या में प्रतिदिन प्रत्येक विश्वविद्यालय को छत्तीसगढ़ी लोक संस्कृति पर आधारित लोक नृत्यों की प्रस्तुति करनी होगी। प्रथम दिवस पर प्रत्येक विश्वविद्यालय ने समय सीमा में पंथी, सुआ कर्मा, स्वच्छता जागरूकता व बारहमासी नृत्यों आदि की प्रस्तुति दी। इस कार्यक्रम में उक्त अतिथियों के अलावा डॉ. डी एस रघुवंशी कार्यक्रम समन्वयक, स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय भिलाई, डॉ प्रह्लाद संगोड़े कार्यक्रम समन्वयक इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर, डॉ एल एस गजपाल जिला संगठक रायपुर, श्री भोजराम पटेल जिला संगठक रायगढ़ की भी महत्वपूर्ण उपस्थिति रही। इस विशेष शिविर में पूरे राज्य भर से 201 स्वयं सेवकों व अधिकारियों की सहभागिता है। यह शिविर 4 मार्च तक आयोजित किया जा रहा है।