बेंगलुरु,( mediasaheb.com) कर्नाटक के CM बी.एस. येदियुरप्पा ने मंगलवार शाम नंदीध्वज की पूजा की और देवी चामुंडेश्वरी की मूर्ति पर फूलों की पंखुड़ियों की वर्षा कर करीब चार किलोमीटर लम्बी दशहरा जुलूस की जंबो सवारी का उद्घाटन किया। विजयदशमी दस दिवसीय दशहरा उत्सव का अंतिम दिन होता है और इस दौरान भव्य जुलूस और औपचारिक मशाल की परेड आयोजित की गई। मैसूर पैलेस में हजारों बल्बों को त्योहारों के दिनों में सात बजे शाम से लेकर दस बजे रात तक जलाया जाएगा।
मैसूरु दशहरा के पहले ही दिन से शहर में पर्यटकों का तांता लगा हुआ था। मंगलवार को हजारों की संख्या में लोग जम्बो सवारी को देखने पहुंचे। जम्बो सवारी मैसूर के मार्गों से होकर गुजरती है जिसका नेतृत्व ‘अर्जुन’ नामक हाथी के साथ छह हाथी करते हैं। शहर के अनेक क्षेत्रों में लोगों की भीड़ जमा थी। जंबो सवारी परेड में कुल 39 पोर्ट्रेट झांकियों ने भाग लिया। देश के विभिन्न हिस्सों से लोक गायक और नर्तक राज्य में दशहरा उत्सव में भाग लेने के लिए यहां पहुंचे हैं। जुलूस का सुचारू संचालन सुनिश्चित करने के लिए शहर के कई हिस्सों में सैकड़ों पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया।
इस वर्ष, जम्बो सवारी का उद्घाटन शाम 4.31 बजे से शाम 4.55 बजे के बीच हुआ। मुख्यमंत्री ने बी.एस. येदियुरप्पा ने मुख्य अतिथि के रूप में यदुवीर कृष्णदत्त चामराज वाडियार की उपस्थिति में शाम 4.31 बजे से 4.57 बजे के बीच पैलेस परिसर में जुलूस (जंबो सांवरी) का उद्घाटन किया। पिछले साल दोपहर 3.40 से 4.10 बजे के बीच जुलूस का उद्घाटन किया गया था। दशहरा उत्सव के अवसर पर होने वाले पारंपरिक ‘जंबो सवारी’ जुलूस के लिए बड़ी संख्या में हाथियों को सजाया गया था।
जंबो सावरी उद्घाटन से पहले नंदीध्वज पूजा की गई। इस अवसर पर मैसूरु के जिला प्रभारी मंत्री वी सोमन्ना, मेयर पुष्पपाल जगन्नाथ और विधायक एस ए रामदास सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे। इससे पहले मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने मंगलवार को शिवरात्रि देशिकेंद्र महास्वामी से मुलाकात की और विजयादशमी के अवसर पर ‘सुत्तरू मठ’ में पूजा-अर्चना की। येदियुरप्पा ने इस मौके पर कहा कि वह चाहते हैं कि चामुंडेश्वरी के आशीर्वाद से सब कुछ ठीक हो जाए। (हि.स.)।