चार साल पुराना सरकारी आदेश आया सामने
रायपुर(mediasaheb.com) हिन्दू संगठनों की जानकारी मांगे जाने के सवाल पर गरमाई सियासत के बीच ये जानकारी आई है कि यह प्रक्रिया हर साल की जाती है. चार साल पहले भाजपा सरकार के समय यह जानकारी ली गई थी. दूसरी ओर इस मामले को लेकर भाजपा कांग्रेस सरकार को घेरने में जुटी है. हाल में भाजपा द्वारा जारी बयान में ये बात कही गई है.
भाजपा प्रवक्ता शिव रतन शर्मा ने कहा कि प्रदेश के शांत माहौल को जान बूझ कर गंदा और अशांत करने की कोशिश में लगी है भूपेश सरकार. श्री शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश का गरियाबंद, जहाँ अभी साम्प्रदायिक दंगे जैसी स्थिति थी, वहां धर्म के आधार पर केवल हिंदू संगठनों की जानकारी इकट्ठा करायी जा रही है|
जिले के एसपी ने सभी थाना प्रभारियों से हिंदू संगठनों की सूची माँगी गयी है, उन्होंने ने कहा कि यह घोर आपत्तिजनक और संविधान की आत्मा के ख़िलाफ़ है.भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि छत्तीसगढ़ की तासीर अलग है, यहां हर समूह के लोग सुख शांति से रहते आए हैं. ऐसे में बदले की राजनीति के लिये इस तरह की दुर्भावनापूर्ण कारवाई करना आपत्तिजनक है. उन्होंने कहा कि सीएम के पिता भी समाज को विभाजित करने की पहले भी अनेक कोशिश कर चुके हैं, सरकार का यह क़दम भी उसी की एक कड़ी के जैसा लग रहा है.श्री शर्मा ने कहा कि ऐसे पत्र लिखने के लिए सरकार माफ़ी माँगते हुए वह पत्र वापस ले और सम्बंधित अधिकारियों के ख़िलाफ़ कड़ी कारवाई करे