रायपुर, (media saheb.com)। विधानसभा के बजट सत्र के पांचवें दिन शुक्रवार को बोधघाट परियोजना मामला उठा। पूर्व मुख्यमंत्री डॉक्टर रमन सिंह ने मामले को उठाते हुए पूछा कि डीपीआर बनाने का काम कब तक पूरा होगा? सर्वे की प्राथमिक रिपोर्ट के सवाल का जवाब नहीं मिलने पर रमन सिंह ने विषय को महत्वपूर्ण बताते हुए अलग से चर्चा कराए जाने की मांग की।
सदन में डॉ. रमन सिंह ने सवाल किया की क्या कृषि मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे कि क्या बोधबाट सिंचाई परियोजना हेतु विभाग द्वारा विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (DPR) हेतु निविदा जारी की गई है। यदि हां तो इस हेतु कुल कितनी कंपनियों ने निविदा प्रक्रिया में भाग लिया था और किस कपनी को कार्यादेश दिया गया है? उपरोक्त परियोजना का डीपीआर बनाने हेतु कितनी राशि स्वीकृत की गई एवं डीपीआर बनाने का कार्य कब तक पूर्ण हो जायेगा?
इस पर कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे की ओर से जवाब देते हुए उच्च शिक्षा मंत्री उमेश पटेल ने कहा कि बोधाघाट सिचाई परियोजना हेतु विभाग द्वारा विस्तृत परियोजना प्रतिवेदन (DPR) तैयार करने के लिए निविदा जारी नहीं की गई है। परियोजना के सर्वेक्षण का कार्य भारत सरकार के उपक्रम वाप्कोम लिमिटेड, गुडगांव को सौपा गया है। परियोजना का सर्वेक्षण एवं डीपीआर बनाने हेतु 4154.38 लाख की राशि स्वीकृत की गई है एवं डीपीआर बनाने निश्चित समय-सीमा बताया जाना संभव नहीं है।(हि.स.)