आपसी खींचतान की भेंट चढ़ा राजधानी का विकास – उपासने
रायपुर (mediasaheb.com) ) BJP के प्रदेश प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने रायपुर नगर के महापौर प्रमोद दुबे पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि राजधानी का विकास महापौर उनके पार्षदों एवं उनके ही भार साधक सदस्यों की (एमआईसी सदस्य) आपसी खींचतान का भेंट चढ़ गया है। जनता के हितों का झूठा वादा कर नगर सत्ता में आने वाले कांग्रेस के महापौर और उनके पार्षदों ने शहर की जनता को न सिर्फ धोखा देने का काम किया है अपितु आपसी खींचतान में जनता का अहित जरूर किया है।
उन्होंने कहा कि समय समय पर नगर की सत्ता में जनता ने देखा है कि महापौर और उनके भार साधक सदस्यों के आपसी खींचतान से शहर का कितना नुकसान हुआ है। राजधानी में जलापूर्ति कर पाने में पूर्ण रूप से विफल एवं शहर को टेंकर मुक्त बनाने की बात करने वाले महापौर प्रमोद दुबे की दावों की पोल उनके ही दल के पार्षद मिलिंद गौतम ने इस्तीफे की पेशकश के साथ महापौर के खिलाफ धरने पर बैठकर खोल दी थी। उनके ही भार साधक सदस्य गोवर्धन शर्मा को भी आपसी खींच तान के चलते हटाया गया। महापौर प्रमोद दुबे ने यश मैन की फौज खड़ी करने एवं अपनी जिम्मेदारियों से लगातार 5 वर्षों तक भागने का काम किया है।
प्रवक्ता .ने महापौर प्रमोद दुबे से सवाल करते हुए कहा कि नगर निगम के पास स्कूल हुआ करता था जिसे नगर निगम की लापरवाही एवं लचर व्यवस्था के चलते शासन को अपने अधिकार में लेना पड़ा। विकास का दावा करने वाले पूर्ण रूप से विफल महापौर क्या निगम की स्कूल का मेंटेनेंस करने में अक्षम थे? पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह द्वारा चलाई जा रही बेटियों के लिए सरस्वती सायकल योजना जिसके माध्यम से स्कूल जाने वाली बच्चियों तक स्कूल जाने वाले माध्यम के रूप में सायकल प्रदान की जाती है ऐसी महत्वपूर्ण योजना के लाभ में राजधानी के महापौर प्रमोद दुबे जी ने बाधक बनने का काम किया है। सरस्वती सायकल योजना में बांटे जाने वाली सायकिले आज भी क्यों रायपुर नगर निगम के जोन क्रमांक 5 में सड़ रही हैं।
भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता श्री उपासने ने महापौर प्रमोद दुबे पर आरोप लगाते हुए कहा कि शहर की सुरक्षा से जुड़े महत्वपूर्ण विभाग अग्निशमन विभाग जिसके माध्यम से आग से सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी नगर निगम की बनती थी ऐसे महत्वपूर्ण विभाग का संचालन कर पाने में भी नगर निगम प्रमोद दुबे जी के कार्यकाल में पूर्ण रूप से विफल रहा है। अग्निशमन विभाग का मेंटेनेंस न कर पाने एवं लापरवाही के चलते राज्य शासन को जनता की सुरक्षा से जुड़े इस विभाग के संचालन को अपनी देखरेख में लेना पड़ा। क्या महापौर जी सत्ता में आने के बाद शहर की जनता की सुरक्षा के प्रति आपकी असंवेदनशीलता इस बात से उजागर नहीं होती कि आपने जनता की सुरक्षा को गंभीरता से नहीं लिया और फायर विभाग का मेंटेनेंस करने में भी विफल रहे।