बिश्केक/नई दिल्ली, (mediasaheb.com) शंघाई सहयोग संगठन या एससीओ के
शिखर सम्मेलन में शिरकत करने आए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बैठक से इतर चीनी
राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की और उन्हें एक अनौपचारिक शिखर बैठक का
निमंत्रण दिया जिसे उन्होंने स्वीकार कर लिया।
चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि वह इस साल भारत आ सकते हैं। विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों नेताओं ने प्रतिनिधिमंडलस्तर की बैठक की और द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करने के उपायों पर चर्चा की।
विदेश सचिव विजय गोखले ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने उल्लेख किया कि दोनों पक्षों के बीच रणनीतिक संचार में सुधार हुआ है। भारत में बैंक ऑफ चाइना की शाखा खुलना और लंबे समय से लंबित पड़े मसूद अजहर को आतंकी सूची में शामिल करना भी इसी का नतीजा है।
बैठक में पाकिस्तान पर भी संक्षिप्त चर्चा हुई। प्रधानमंत्री मोदी ने जिनपिंग को बताया कि उन्होंने पाकिस्तान से संबंध सुधारने के कई प्रयास किए, लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ। पाकिस्तान को आतंक मुक्त वातावरण बनाने की आवश्यकता है और इस स्तर पर वह ऐसा होते नहीं देख सकते हैं। इस पर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एससीओ शिखर सम्मेलन से इतर किर्गिस्तान के राष्ट्रपति सूरोनबे जीनबेकोव के साथ भी द्विपक्षीय वार्ता करेंगे। वह रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के अलावा संगठन के सदस्य देशों के अन्य नेताओं से भी मुलाकात करेंगे। इसके बाद वह किर्गिस्तान के राष्ट्रपति की ओर से आयोजित भोज में शामिल होंगे।
प्रधानमंत्री शुक्रवार को ईरान के राष्ट्रपति हसन रुहानी से भी मिलेंगे। इस दौरान मोदी और हसन रुहानी के बीच कई मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
विदित हो कि मोदी दोबारा प्रधानमंत्री बनने के बाद पहली बार किसी बहुपक्षीय सम्मेलन में हिस्सा ले रहे हैं। बिश्केक पहुंचने से पहले उन्होंने कहा , ‘इस शिखर सम्मेलन में वैश्विक सुरक्षा की स्थिति, बहुपक्षीय आर्थिक सहयोग, लोगों से लोगों का संपर्क बढ़ाने समेत अंतरराष्ट्रीय और क्षेत्रीय महत्व के सामयिक विषयों पर चर्चा होने की उम्मीद है। मेरी इस सम्मेलन से इतर कई नेताओं से मुलाकात करने और द्विपक्षीय बातचीत करने की भी योजना है।’
हालांकि ऐसा पहली बार होगा जब मोदी और इमरान खान किसी अंतरराष्ट्रीय मंच पर आमने-सामने होंगे, लेकिन दोनों नेताओं के बीच किसी द्विपक्षीय मुलाकात की संभावना को भारत ने सिरे से खारिज कर दिया है।(हि.स.)