नई दिल्ली, (media saheb) आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के दिल्ली में आयोजित धरने व अनशन में दिनभर विपक्षी नेता समर्थन देने पहुंचते रहे। इनमें केन्द्र और महाराष्ट्र की सरकार में भाजपा के साथ गठबंधन में शामिल शिवसेना के नेता एवं सांसद संजय राउत भी शामिल हुए । हालांकि शाम आठ बजे कई विपक्षी नेताओं की मौजूदगी में नायडू ने अपना अनशन तोड़ा।
आंध्र के मुख्यमंत्री का यह धरना दिल्ली के आंध्र प्रदेश भवन पर सुबह 8:00 बजे से शुरू हुआ था और रात 8:00 बजे तक चला। रात सवा आठ बजे नेशनल कांफ्रेस नेता फारूक अब्दुल्ला की उपस्थिति में जेडीएस नेता एवं पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा के हाथों जूस पीकर उन्होंने अपना अनशन तोड़ा। वे कल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक ज्ञापन सौंपेंगे। दिनभर चले उनके धरने में कई विपक्षी नेता पहुंचे जिसमें कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, नेशनल कॉन्फ़्रेंस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला, तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, द्रमुक के नेता तिरुचि शिवा और समाजवादी पार्टी के संस्थापक सदस्य मुलायम सिंह यादव, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल प्रमुख रहे।
नायडू के धरने की सबसे खास बात यह रही कि इसमें केंद्र और महाराष्ट्र सरकार में शामिल शिवसेना के नेता संजय राउत भी शामिल हुए। शिवसेना और भाजपा में काफी समय से तनातनी चल रही है। महाराष्ट्र की गठबंधन राजनीति में अपना कद ऊंचा रखने के लिए शिवसेना भाजपा से कई मुद्दों पर अलग राय और कभी-कभी विरोधी राय रखकर दवाब डालने की कोशिश कर रही है। संजय राउत का नायडू के धरने में शामिल होना शिवसेना का इसी क्रम में किया गया प्रयास माना जा रहा है। शिवसेना के सांसद संजय राउत मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के साथ अपना समर्थन देने पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि वह शिवसेना के प्रतिनिधि के तौर पर शामिल होने आए हैं और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे का संदेश लेकर आए हैं।
इस दौरान उन्होंने प्रधानमंत्री के विपक्ष के गठबंधन को ‘महामिलावट’ कहकर संबोधित करने पर भी आपत्ति जताई। इसी बीच भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने आन्ध्र प्रदेश की जनता के नाम खुला पत्र लिखकर कहा कि नायडू नाटक कर रहे हैं। वहीं नायडू ने इस खत की आलोचना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री और भाजपा अध्यक्ष को मर्यादित आचरण करना चाहिए। उधर, टीडीपी नेता चंद्रबाबू नायडू ने केंद्र सरकार से आंध्र प्रदेश के विभाजन के बाद बने नए आंध्र के लिए केंद्र सरकार द्वारा किए गए वादों को पूरा करने की मांग की। चंद्रबाबू के मंच से कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के लोगों से उनका हक छीना और उसे अनिल अंबानी को दे दिया।
कांग्रेस के नेता आनंद शर्मा, अहमद पटेल, जयराम रमेश भी आंध्र के मुख्यमंत्री के समर्थन में धरना स्थल पर पहुंचे । डेरेक ओ ब्रायन ने आंध्र प्रदेश के गुंटूर में प्रधानमंत्री के भाषण पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जिनके खुद के घर शीशे के होते हैं, वह दूसरों के घरों पर पत्थर नहीं फेंकते । प्रधानमंत्री ने इस रैली में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री पर अपने ससुर एनटी रामाराव से धोखा करने का आरोप लगाया था। फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि प्रधानमंत्री इतना नीचे गिर गए हैं कि अब वह नेताओं पर व्यक्तिगत आक्षेप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जम्मू श्रीनगर हाईवे 6 दिन से बंद पड़ा है और इस 30 किलोमीटर रास्ते को साफ नहीं किया जा रहा है। मुलायम सिंह यादव ने कहा कि नायडू गरीबों की लड़ाई लड़ रहे हैं। वह किसानों और हर उस की लड़ाई लड़ रहे हैं, जिन्हें दबाया जा रहा है।
द्रमुक नेता शिवा ने कहा कि आने वाले तीन महीनों में मोदी सरकार सत्ता से बाहर हो जाएगी। राज्यों के अधिकारों पर कब्जा करने की कोशिश की जा रही है और अल्पसंख्यक अधिकारों का उल्लंघन हो रहा है।(हि.स.)।