दिल्ली लौटकर सुप्रीम कोर्ट को देंगे कश्मीर दौरे की विस्तृत रिपोर्ट
जम्मू (mediasaheb.com) । कश्मीर के लोगों का हाल जानने तथा लोगों से मिलने के बाद मंगलवार को गुलामनबी आजाद जम्मू पहुंचे। उन्होंने कश्मीर के अपने 4 दिवसीय दौरे के उपरांत मंगलवार को जम्मू स्थित अपने निवास के बाहर पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि कश्मीर के हालात खराब हैं। उन्होंने कहा कि इन चार दिनों में वह जहां-जहां जाना चाहते थे, उन्हें उसके दसवें हिस्से में भी जाने नहीं दिया गया। कश्मीर के बारे में उन्होंने अधिक बात करने से इंकार करते हुए कहा कि वह कश्मीर घाटी सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर गए थे और अपने दौरे की विस्तृत रिपोर्ट वह दिल्ली पहुंचकर कोर्ट में पेश करेंगे।
गुलाम नबी आजाद ने जम्मू स्थित अपने गांधी नगर के सरकारी आवास में कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच पत्रकारों से उन्होंने थोड़े ही देर बात की। उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जम्मू-कश्मीर के चार जिलों का दौरा करने की इजाजत दी थी। इसी के तहत वह श्रीनगर, बारामूला और अनंतनाग का दौरा कर आज जम्मू वापस पहुंचे हैं। अब वह दो दिन जम्मू में ही रहेंगे। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि कश्मीर में सुधर रहे हालात के बारे में उनका क्या कहना है तो इस पर उन्होंने बड़े ही सख्त लहजे में कहा कि कश्मीर में हालात बहुत खराब हैं। वहां कुछ ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि वह अपने दौरे व उससे संबंधित जानकारी दिल्ली जाकर कोर्ट में पेश करेंगे। पार्टी सूत्रों के अनुसार आजाद जम्मू में रहकर अगले दो दिनों के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं व अन्य सामाजिक संगठनों के पदाधिकारियों से भी बैठक करेंगे।
जम्मू-कश्मीर में Article 370 व 35 के समाप्त किए जाने तथा सर्वोच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के 4 दिवसीय दौरे पर पहुंचे गुलाम नबी आजाद रविवार को अनंतनाग तथा सोमवार को उत्तरी कश्मीर के बारामुला जिले में पहुंचे थे। उन्होंने जिला मुख्यालय के विभिन्न हिस्सों का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने फ्रूट मंडी का भी जायजा लिया। बारामुला फ्रूट ग्रोअर्स एसोसिएशन और सेब व्यापारियों के प्रतिनिधिमंडल ने भी पूर्व मुख्यमंत्री को मौजूदा हालात में पेश आ रही दिक्कतों के बारे में अवगत करवाया। आजाद से ज्यादातर लोग जिला मुख्यालय में स्थित डाक बंगले में ही मिल थे। इस दौरान कैंसर रोगियों और उनके तीमारदारों का एक प्रतिनिधिमंडल और बारामुला सिविल सोसाइटी के सदस्यों ने भी आजाद से मुलाकात की थी। (हि.स.)