जगदलपुर (media saheb.com) । वे एक सामान्य आदिवासी किसान हैं, बीपीएल भी हैं और दिव्यांग भी पर अपने नाम को सार्थक करने नृसिंह पुराण का ओड़िया से हिंदी में स्थानीय भतरी बोली में अनुवाद करने की उनकी दिली इच्छा है। यह कोई कोरी कल्पना भी नहीं है, आठवीं तक पढ़े छत्तीसगढ़ के बस्तर के जिला मुख्यालय से लगभग 35 किमी दूर बकावंड तहसील के ग्राम सतलावन्द के 63 वर्षीय नरसिंह बघेल वह कारनामा कर दिखाया है कि अच्छे-अच्छे पढ़े लिखे दांतों तले उंगलियां दबा लें। नरसिंह ने बीते चार साल में भागवत गीता, कलीभारत पुराण, रामायण, अलेख पुराण जैसे ओड़िया धर्मग्रंथों का हिंदी लिपि में आदिवासियों की भतरी बोली में सार संक्षेप लिपिबद्ध किया और उसे टाइप और फोटोकॉपी करा किताब का रुप दे लोगों को विक्रय कर रहे हैं, वह भी बगैर मुनाफा महज लागत तीन से चार सौ रुपये में।
जिद ने बदली दुनिया
नरसिंह बताते हैं कि उन्होंने आठवी पास की और अपने गांव के राशन दुकान में बीस साल तक सेल्समैन रहे, 1981 में काम से हटा दिया गया जिसके बाद वे खेती किसानी में जुट गए उनके पास करीब साढ़े चार एकड़ पुस्तैनी भूमि भी है, 1995 में एक बार पंच भी चुने गए पर एक वाकये ने उनकी जिंदगी बदल दी, हुआ कुछ यूं कि गांव के एक कार्यक्रम में भागवत गीता को कोई भतरी बोली में लिखकर ग्रामीणों को गाकर सुना रहा था, उसने उनसे उसकी फोटोकॉपी मांगी पर देने से इन्कार कर दिया गया जिसके बाद उन्होंने ओड़िया सीखी और पिछले चार साल से लगातार ओड़िया में लिखित धर्मग्रंथों का भतरी में अनुवाद कर रहे हैं। अब तक करीब डेढ़ सौ किताबें बेच चुके हैं, सबसे ज्यादा डिमांड भागवत गीता की है। नरसिंह का कहना है कि धर्म का काम है इसलिए मुनाफा नहीं लेते वैसे भी ज्ञान बांटने से ही बढ़ता है। वर्तमान में लक्ष्मी पुराण पर काम कर रहे हैं नरसिंह पुराण ढूंढ रहे हैं पर मिल नहीं रहा।
अनुवादित धर्मग्रंथ लोगों को दे रही रोजगार
ओडिशा के सरहद से लगे भतरा जनजातीय क्षेत्र मांगलिक व शोक के कार्यक्रमों में ओड़िया धर्मग्रंथों पुराण आदि का पाठ या गायन होता है। नरसिंह द्वारा अनुवादित ग्रंथ महज 125 से 150 पेज के है और अक्षरों को भी बड़ा रखा गया है ताकि उम्रदराज लोग भी आसानी से पढ़ सकें। इन किताबों से कार्यक्रमो में गीता रामायण का प्रवचन कर विद्व लोग दो से तीन घंटे में गाकर समझाने का 1500 से 2000 रुपये चार्ज करने लगे हैं।For English News : the states.news