एम्स में भर्ती थे कुछ दिनों से, रखा गया था जीवन रक्षक प्रणाली में
नई दिल्ली, (mediasaheb.com) । भारतीय जनता पार्टी ( BJP ) के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्तमंत्री अरुण जेटली का शनिवार को यहां अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। वह 66 वर्ष के थे।
एम्स की विज्ञप्ति में कहा गया है कि जेटली ने 12 बजकर 07 मिनट पर अंतिम सांस ली। वह 9 अगस्त से एम्स में भर्ती थे। उन्हें सांस लेने में तकलीफ और बेचैनी की शिकायत के बाद एम्स ले जाया गया था। उनकी तबीयत कुछ समय से अधिक खराब थी। उन्हें जीवन रक्षक प्रणाली में रखा गया था। शुक्रवार को उनकी हालत बिगड़ गई। बीते गुरुवार को उनका डायलिसिस किया गया था।
इसी साल 14 मई को एम्स में जेटली के गुर्दे का प्रत्यारोपण किया गया था। उसके बाद इलाज के लिए वह अमेरिका गए थे। पिछले कुछ महीनों से उनकी सेहत लगातार गिर रही थी । 2019 के आम चुनाव में खराब तबीयत का हवाला देते हुए उन्होंने चुनाव लड़ने से मना कर दिया था। उन्होंने सरकार के गठन के वक्त भी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर आग्रह किया था कि उनको मंत्रिमंडल का हिस्सा न बनाया जाए। उन्होंने राज्यसभा से नेता प्रतिपक्ष का पद भी त्याग दिया था । जेटली मौजूदा समय में राज्यसभा के सदस्य थे।
जेटली मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में मंत्रिमंडल का महत्वपूर्ण चेहरा रहे हैं। उन्होंने वित्त एवं रक्षा जैसे अहम मंत्रालय संभाले।
जेटली के निधन से भाजपा को गहरा झटका लगा है। इसी महीने 6 अगस्त को सुषमा स्वराज के निधन के शोक से पार्टी अभी उबर भी नहीं पाई थी कि जेटली के निधन के रूप में भाजपा एक और झटका लगा है।