चेन्नई (mediasaheb.com) भारतीय अंतरिक्ष संगठन (ISRO ) आने वाले दिनों में प्रक्षेपण यान पीएसएलवी के जरिए आदित्य एल-1 का प्रक्षेपण करने वाला है, जो सूर्य के अध्ययन की दिशा में इसरो का पहला सूर्य अन्वेषी मिशन है।इसरो ने बताया कि आकाश गंगा में मौजूद विभिन्न तारों के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए सूर्य का अध्ययन जरूरी है। अंतरिक्ष एजेंसी ने बताया कि सूर्य सबसे नजदीक का ग्रह है, इसलिए अन्य तारों की तुलना में सूर्य का अध्ययन अधिक विस्तार से किया जा सकता है। इसरो ने कहा, “सूर्य का अध्ययन करके हम आने वाले दिनों में आकाश गंगा में मौजूद विभिन्न ग्रहों के बारे में जानकारी हासिल कर सकते हैं।” जांच एजेंसी ने कहा, “सूर्य बहुत ही सक्रिय ग्रह है और हम जितना देखते हैं, उससे बहुत फैला हुआ (बड़ा) है। इससे कई विस्फोट हुए हैं और इसने सौर्य प्रणाली में प्रचूर मात्रा में ऊर्जा जारी किया है। अगर इस तरह की विस्फोटक वस्तुए सीधा धरती की ओर आती है, तो पर्यावरण के लिए विभिन्न तरह की अशांति का कारण बन सकती है।” (वार्ता)
Monday, June 9
Breaking News
- रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने 2050 तक रूसी नौसेना के विकास के लिए एक दीर्घकालिक रणनीति को दी मंजूरी
- फिल्म ‘स्टोलन’ का अमेरिका और भारत में प्राइम वीडियो पर टॉप 10 फिल्मों में शामिल होना खास अनुभव: अभिषेक बनर्जी
- उत्तर प्रदेश में एक बार फिर तबादला एक्सप्रेस चली, तीन उप जिलाधिकारियों का हुआ ट्रांसफर
- क्राइम ड्रामा सीरीज़ ‘मिस्त्री’ का ट्रेलर रिलीज
- उत्तर प्रदेश की जनता को भाजपा को 20 साल का हिसाब देना होगा: अखिलेश यादव
- वरिष्ठ नेता ए राजा ने कहा- उनकी पार्टी पीएम मोदी और अमित शाह जैसे ‘साधारण लोगों’ से नहीं डरती
- वेब सीरीज ‘हैलो पूजा’ में अहम भूमिका निभाती नजर आयेंगी ज़ैनब पत्रा
- स्पेन को 5-3 से हराकर नेशंस लीग का खिताब जीतने वाली पुर्तगाल टीम के हेड कोच रोबर्टो मार्टिनेज बेहद खुश दिखे
- बेटियाँ अब किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं: राज्यमंत्री जायसवाल
- दिल्ली की एक अदालत ने आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को अपने परिवार के सदस्यों से फोन पर बात करने की दी अनुमति