*श्रील प्रभुपाद जी अब विश्व गुरु…*
*छत्तीसगढ़ के सभी कृष्ण भक्तों में हर्ष की लहर,*
इस्कॉन के जन्मदाता व संपूर्ण विश्व में कृष्ण प्रेम व श्रीमद् भगवत गीता को स्थापित करने वाले , संपूर्ण विश्व के सभी मानव के लिए सनातन के द्वार खोलने वाले पूज्य श्रील प्रभुपाद…
देर से ही सही , संपूर्ण सनातन धर्म और उसके विभिन्न मत संप्रदाय ने एकमत से यह निर्णय लिया की सनातन को विश्वव्यापी बनाने में,उनके अनमोल योगदान के लिए उन्हें विश्व गुरु माना
वे विश्व गुरु तो थे ही , किन्तु अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के इस निर्णय ने मानो संपूर्ण सनातन की ओर इसे स्वीकृति दी।
छत्तीसगढ़ के सभी कृष्ण भक्तों व विशेषकर,इस्कॉन के अनुयायी बहुत ही हर्षित है,
*मनुष्य यदि ठान ले तो सब संभव है*
आप श्रील प्रभुपाद जी से क्या सीख सकते है??
*लाइफ मे स्थिति कैसी भी हो , आप ने यदि कुछ ठाना हैँ तो उसके प्रति अपना 100% दीजिए*
मृत्यु शैया पर लेटे ज़ब पता था की अब जीवन कभी भी समाप्त हो सकता है, लिखते रहे, ग्रंथो को, वैदिक साहित्य को अंग्रेजी मे भाष्य सहित .. फिर हाथ चलना बंद हो गए तो शिष्यों को अपनी धीमी, अस्पष्ट वाणी से लेखन जारी रखा…
जब अमेरिका की यात्रा मे निकले थे तब एक़ हार्ट अटैक आ चूका था, पैसे नहीं थे तो व्यवस्था कर पानी के जहाज से लंबी यात्रा कर अमेरिका पहुँचे, न्यूयार्क मे पहले श्री कृष्ण मंदिर की स्थापना की
और आज.. *एक़ व्यक्ति का दृण निश्चय…*
विश्व की हर प्रमुख भाषा मे गीता सहित वैदिक साहित्य उपलब्ध हैँ
विश्व के सभी देशो मे श्री कृष्ण भक्ति का प्रचार प्रसार और विश्व के 130 देशो मे भव्य कृष्ण मन्दिर और सेवा कार्य, *इस तरह इस्कॉन , कृष्ण भक्ति आंदोलन विश्व व्यापी हुआ*
*डॉ.संजय अनंत©*