रांची
केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्री मनसुख मांडविया गुरुवार को झारखंड की राजधानी रांची के नामकुम में 220 बिस्तर के नव विकसित कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआईसी) अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। केंद्रीय श्रम एवं रोजगार मंत्रालय ने बुधवार को यहां बताया कि मांडविया 17 अप्रैल को रांची में ईएसआईसी अस्पताल का उद्घाटन करेंगे। इस अवसर पर केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, राज्यसभा सांसद प्रदीप वर्मा और स्थानीय विधायक राजेश कच्छप तथा ईएसआईसी के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहेंगे।
कार्यक्रम के दौरान मांडविया ईएसआई लाभार्थियों को सम्मानित करेंगे और उन्हें नकद लाभ प्रमाण पत्र एवं स्वीकृति पत्र प्रदान करेंगे। वह इस अस्पताल के निर्माण में शामिल श्रमिकों को भी सम्मानित करेंगे। नामकुम में ईएसआईसी अस्पताल की स्थापना मूल रूप से 1987 में हुई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य बीमित श्रमिकों और उनके परिवारों को सुलभ, सस्ती और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना था।
ईएसआईसी ने इस क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को और बेहतर बनाने के लिए जून 2018 में 200 बिस्तर के अस्पताल के निर्माण को मंजूरी दी। निर्माण 31 मई 2018 को शुरू हुआ और अब पूरा हो चुका है। अब इस अस्पताल को 220 बिस्तर के अस्पताल में बदल दिया गया है। ईएसआईसी ने अक्टूबर 2024 में 50 एमबीबीएस सीटों वाले एक मेडिकल कॉलेज की स्थापना को भी मंजूरी दी, जिसका संचालन निकट भविष्य में शुरू होने वाला है।
अस्पताल में सामान्य चिकित्सा, शल्य चिकित्सा, स्त्री रोग, अस्थि रोग, नेत्र रोग (आंख) और दंत चिकित्सा जैसे आवश्यक विभागों के साथ-साथ विभिन्न सहायक सेवाएं भी उपलब्ध हैं। यह बाह्य रोगी (ओपीडी) और आंतरिक रोगी (आईपीडी) दोनों तरह की स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्रदान करता है। इस प्रकार ईएसआई लाभार्थियों की चिकित्सा जरूरतें प्रभावी ढंग से पूरी की जाती हैं। उन्नत अस्पताल अब स्पेशलिटी और सुपर-स्पेशलिटी उपचार भी प्रदान करेगा, जिससे रांची और पड़ोसी जिलों के निवासियों के लिए उन्नत स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुंच में काफी सुधार होगा।
इस आधुनिकीकृत अस्पताल से पांच लाख से अधिक बीमित व्यक्तियों और उनके आश्रितों को लाभ मिलने की उम्मीद है। अस्पताल परिसर में एक बेसमेंट, ग्राउंड फ्लोर और चार अतिरिक्त मंजिलें हैं, जो 7.9 एकड़ के परिसर में फैली हुई हैं। नई इमारत का निर्माण 99.06 करोड़ की लागत से किया गया है और यह 17559 वर्ग मीटर क्षेत्र में फैली हुई है। अस्पताल में तीन आधुनिक ऑपरेशन थियेटर (ओटी) हैं। इसमें एक अतिरिक्त ऑपरेशन थियेटर (ओटी) का भी प्रावधान है। इसमें 34 वार्ड और छह आइसोलेशन वाडर्, 40 ओपीडी कमरे और सभी डॉक्टरों, प्रशासनिक अधिकारियों और कर्मचारियों के लिए पर्याप्त जगह है।