भोपाल
मध्यप्रदेश में मई महीने में इस बार भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम विभाग ने गुरुवार को भोपाल, इंदौर, नीमच सहित 35 से अधिक जिलों में आंधी-बारिश का अलर्ट जारी किया है। इसके साथ ही खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा और बैतूल में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं ग्वालियर, सतना, रीवा, समेत 15 जिलों में मौसम साफ रहेगा। तेज धूप निकलेगी और उमस भरी गर्मी पड़ेगी। 31 मई तक ऐसा ही मौसम बने रहने के आसार हैं।
एमपी में मानसून आने से पहले लगेगा ब्रेक
इस बार मानसून जल्द आ रहा है। मध्यप्रदेश के पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ में मानसून ने कुछ इलाकों में 12 दिन पहले ही एंट्री ले ली है। केरल में मानसून 8 दिन और मुंबई में 16 दिन पहले पहुंचा है। मौसम विभाग के अनुसार 1-2 जून के आसपास मानसून की गति धीमी पड़ सकती है। जिसके चलते मप्र में मानसून 10 जून के बाद ही आएगा।
इन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विभाग ने गुरुवार को बताया कि खरगोन, बुरहानपुर, खंडवा, हरदा और बैतूल में अगले 24 घंटे में ढाई से साढ़े 4 इंच तक बारिश हो सकती है। भोपाल, इंदौर, उज्जैन, नर्मदापुरम-जबलपुर संभाग के जिलों में आंधी-बारिश का सिलसिला जारी रहेगा।
प्रदेश में दो साइक्लोनिक सकुर्लेशन और एक ट्रफ सक्रिय है। इस कारण से दक्षिणी क्षेत्र के 5 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, विदिशा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, गुना, मंडला, डिंडौरी, उमरिया, कटनी, दमोह और पन्ना में आंधी-बारिश की संभावना है। कुछ जिलों में आंधी की गति 60Km प्रति घंटा तक पहुंच सकती है।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने कहा कि सिस्टम के सक्रिय होने से अगले 4 दिनों तक आंधी-बारिश का सिलसिला जारी रहेगा। हालांकि, गुरुवार को यह सिस्टम अन्य जिलों पर भी असर डालेगा। सिस्टम के कारण दिन में तापमान तो बढ़ सकता है, लेकिन रात में तापमान नहीं बढ़ेगा।
प्रदेश में दो साइक्लोनिक सकुर्लेशन और एक ट्रफ एक्टिव है। इस वजह से दक्षिणी हिस्से के 5 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। वहीं, भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर, नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, विदिशा, सीहोर, रायसेन, नर्मदापुरम, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, पांढुर्णा, सिवनी, बालाघाट, गुना, मंडला, डिंडौरी, उमरिया, कटनी, दमोह और पन्ना में आंधी-बारिश होने की संभावना है। कुछ जिलों में आंधी की रफ्तार 60Km प्रतिघंटा तक रहेगी।
सीनियर मौसम वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया, सिस्टम के एक्टिव होने से अगले 4 दिन तक आंधी-बारिश का दौर जारी रहेगा। हालांकि, गुरुवार को सिस्टम अन्य जिलों को प्रभावित करेगा। सिस्टम की वजह से दिन में तो तापमान बढ़े रह सकते हैं, लेकिन रात में तापमान नहीं बढ़ेंगे।
मौसम बदलने की ये हैं वजह
सीनियर मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि मध्यप्रदेश में दो साइक्लोनिक सर्कुलेशन और एक ट्रफ लाइन सक्रिय है, जो छत्तीसगढ़ की ओर बढ़ रही है। इसकी वजह से मध्यप्रदेश में भी आंधी और बारिश का सिलसिला जारी है। यह सिस्टम 31 मई तक एक्टिव रहेगा।
किन जिलों में रहेगा ज्यादा असर
नीमच, मंदसौर, रतलाम, झाबुआ, अलीराजपुर, बड़वानी, धार, आगर-मालवा, राजगढ़, शाजापुर, देवास, विदिशा, सीहोर, रायसेन, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, गुना, मंडला, डिंडोरी, उमरिया, कटनी, दमोह और पन्ना में 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चल सकती है।
नौतपा में बारिश ने किया राज
आमतौर पर नौतपा के दौरान भीषण गर्मी पड़ती है, लेकिन इस बार उल्टा हुआ है। 25 से 28 मई तक कई जिलों में बारिश और तेज हवाएं चलीं। इस बार पारा 45 डिग्री तक भी नहीं पहुंचा, जबकि पिछले साल 28 मई को कई शहरों में तापमान 48 डिग्री पार कर गया था।
नौतपा के चार दिन तक बारिश आम तौर पर नौतपा के दौरान प्रदेश में भीषण गर्मी का असर रहता है। कई जिलों में पारा 48 डिग्री के पार पहुंच जाता है, लेकिन इस बार आंधी-बारिश का दौर जारी है। पिछले चार दिन (25 से 28 मई तक) कई जिलों में तेज आंधी चली और बारिश हुई। नौतपा में पहली बार है, जब पारा 44-45 डिग्री तक नहीं पहुंचा है।
पिछले साल 2024 की बात करें तो 28 मई को 4 शहर- पृथ्वीपुर, दतिया, रीवा और खजुराहो में पारा 48 डिग्री या इससे अधिक दर्ज किया गया था। ग्वालियर, टीकमगढ़, सतना, नौगांव, सिंगरौली में 47 डिग्री से अधिक रहा था। राजगढ़, दमोह, गुना, कटनी, शिवपुरी, शहडोल, अशोकनगर, सीहोर, भोपाल, सागर, मलाजखंड, रायसेन, उमरिया, मंडला, शाजापुर, खंडवा, खरगोन, देवास, सिवनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, जबलपुर, रतलाम, बड़वानी, उज्जैन, इंदौर, धार, बैतूल, नीमच समेत 36 शहरों में पारा 40 डिग्री से अधिक रहा था।