(सनी देयोल के जन्मदिन पर संजय अनंत का विशेष आलेख )
बिलासपुर (mediasaheb.com)| जे पी दत्ता की फ़िल्म ‘बॉर्डर'(1997) न भूतों न भविष्यति… ऐसी फ़िल्म जो न पहले बनी न भविष्य में बनेगी, सच्ची कहानी और उतना ही सच्चा उसका फिलमांकन… ये फ़िल्म अपने आप में अद्भुत है, इस फ़िल्म में आप युद्ध के असली रोमांच को अनुभूत करते है,ये फ़िल्म आप को सीधे युद्ध भूमि में ले जाती है, जहां आप उस लड़ाई का मानो हिस्सा बन जाते है, उसे लाइव देखते है।
सनी देयोल ने अभिनय नहीं किया, उस पात्र को मानो परदे पर जिन्दा किया है, उनके फ़िल्मी कैरियर की सब से उम्दा फ़िल्म है। परमवीर ब्रिगेडियर सरदार कुलदीप चांदपुरी नहीं रहे किन्तु सनी पाजी ने अपने शानदार अभिनय से, फ़िल्म ‘बॉर्डर’ में उन्हें हमेशा के लिए अमर कर दिया सुरा सो पहचानिये, जो लडे दीन के हेत।
पुर्जा-पुर्जा कट मरे, कभूं न छाडे खेत॥ फिल्म ‘बॉर्डर’ का वो दृश्य याद आया आप को जब मेजर कुलदीप (अपने सनी पाजी) अपनी सिख रेजिमेंट के सिपाहियों के साथ ,पाकिस्तान के टैंक दस्ते के सामने चट्टान की तरह खड़ा था। आज हमारे मंदिरो में संध्या आरती होती है, गुरुद्वारों में शबद गूंजता है तो वो केवल इसलिए की कुलदीप चांदपुरी जैसे योद्धा अपना सर्वस्व निछावर करने सदा तत्पर रहते है।
इस फ़िल्म में जो कुछ फिल्माया गया वो सौ टका सच पर आधारित है सन 1971 में राजस्थान की लोंगेवाला पोस्ट, रात का वक्त मुठ्ठी भर सिपाहियों के साथ फैसले की घड़ी या पीछे हटो या गुरु महाराज के खालसे की शान रखो देखिए! फ़िल्म में सनी के साथी रतनसिंह(पुनीत इस्सर ) कहते है हमें दुश्मन को बताना है कैसे एक खालसा सवा लाख से लड़ता है
सैकड़ो पाकिस्तानी सिपाही, टैंक का पूरा दस्ता और सामने सिख रेजिमेंट के सिपाही थोड़े से गोला बारूद और हथियार के साथ.. जो बोले सो निहाल का… जय घोष और दुनियां के देखा और पाकिस्तानी टैंकों की कब्रगाह,जिसे आधुनिक युद्ध के इतिहास में टैंकों की सब से बड़ी क़ब्रगाह माना जाता है, सुबह पाकिस्तानी टैंक छोड़ भाग गए
जो सच में पाकिस्तानी टैंकों पर चढ़ सिख रेजिमेंट के उनके सिपाहियों ने भांगड़ा किया था वो अद्भुत था , फ़िल्म बॉर्डर में जे पी दत्ता ने उसे वैसे ही फिल्माया.. सनी पाजी के शानदार अभिनय और जे पी दत्ता के बेहतरीन निर्देशन में बनी इस फ़िल्म के कारण देश परम वीर जो कुलदीप सिंह चांदपुरी की गाथा को जान पाया.. इस फ़िल्म का संगीत को आज भी आप को सुनने मिलेगा..
वो जाते हुए लम्हो
फ़िल्म में सभी का अभिनय बेहतरीन था अक्षय खन्ना (धर्मवीर),सुनील शेट्टी(भैरव सिंह) और जैकी (एयरफोर्स अफसर ) सब मानो इस अद्भुत सत्य कथा को परदे पर जीवित करते है एक कालजयी फ़िल्म…*संजय अनंत©*