पुणे (mediasaheb.com), ‘रूग्ण सेवा ही ईश्वर सेवा ’ इस सिद्धांत का पालन करते हुए माईर्स एमआईटी शैक्षणिक संस्था समूह के संस्थापक अध्यक्ष विश्वधर्मी प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने अपनी दिवंगत माता श्रीमती सरस्वती कराड की स्मृति में ‘श्री सरस्वती कराड अस्पताल’ (एसएसकेएच) की स्थापना कोथरुड, पौड रोड स्थित विश्वशांति गुरूकुल स्कूल के पास की है.
अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित २०० बेड वाले अस्पताल का उद्घाटन केंद्रीय सडक परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री मा. श्री. नितिन गडकरी जी के शुभ हाथों सोमवार, २३ जून २०२५ को सुबह १०.३० बजे होगा. यह जानकारी एमआईटी शिक्षा समूह की सह-प्रबंध विश्वस्त डॉ. सुचित्रा कराड नागरे, कार्यकारी निदेशक डॉ. वीरेंद्र घैसास और अस्पताल के मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. तुषार खाचने ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी.
इसके साथ ही राज्य के उपमुख्यमंत्री माननीय श्री अजितदादा पवार, राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री माननीय श्री चंद्रकांतदादा पाटिल, जल संसाधन एवं आपदा प्रबंधन मंत्री माननीय श्री गिरीश महाजन और राज्यसभा सांसद माननीय श्रीमती मेधा कुलकर्णी मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे. कार्यक्रम की अध्यक्षता माईर्स एमआईटी वर्ल्ड पीस यूनिवर्सिटी के संस्थापक अध्यक्ष विश्वधर्मी प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड निभायेंगे.
केयर, क्योर और हील के सिद्धांत पर निर्मित आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह बहुमंजिला अस्पताल पुणे के कोथरुड उपनगर में केंद्रीय स्थान पर लोगों की सेवा में आ रहा है. इस अस्पताल में आपातकालीन सेवाएं, सीटी स्कैन, एमआरआई, मैमोग्राफी, एक्स-रे, सोनोग्राफी, पैथोलॉजी लैब, फार्मेसी जैसी सेवाएं २४ घंटे उपलब्ध रहेंगी. साथ ही चिकित्सा, कार्डियोलॉजी, नवजात शिशु, सर्जरी के लिए अतिदक्षता विभाग उपलब्ध है. मेडिसिन, सर्जरी, प्रसूति, अस्थिरोग, मनोरोग, त्वचा विकार, नेत्र रोग, कान-नाक-गला, बाल रोग, कैंसर उपचार, मस्तिष्क विकार और उनके उपचार आदि पर उपचार के साथ विशेषज्ञ डॉक्टरों की सेवाएं उपलब्ध रहेंगी.
‘श्री सरस्वती कराड अस्पताल’ (एसएसकेएच) द्वारा वरिष्ठ नागरिकों के लिए अस्पताल में उपलब्ध सभी सेवाओं पर १०% की छूट प्रदान की जाएगी. मरीजों को केंद्र में रखते हुए सभी सेवाएं और सुविधाओं से सुसज्जित यह अस्पताल पुणे वासियों की सेवा में शामिल हो रहा है.
आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में ‘श्री सरस्वती कराड अस्पताल’ (एसएसकेएच) के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शिरीष भातलवंडे और मुख्य प्रशासनिक अधिकारी डॉ. अमोल सहस्त्रबुद्धे मौजूद थे.