बिलासपुर (mediasaheb.com)। छत्तीसगढ़ में रेलवे सुरक्षा बल( RPF) की कांस्टेबल भर्ती परीक्षा में दस्तावेज सत्यापन के दौरान फोटो, हस्ताक्षर व अंगूठे के निशान में अंतर पाए जाने पर एक मुन्नाा भाई और उसके सहयोगी को पकडा गया। आरोपितों को आरपीएफ ने तोरवा पुलिस के हवाले कर दिया है।
रेलवे सुरक्षा बल में आरक्षक के 8619 पदों के लिए भर्ती परीक्षा पिछले दिनों कराई गई थी। रेलवे बोर्ड का निर्देश था कि चयनित अभ्यर्थियों को मेडिकल परीक्षण व दस्तावेज की जांच के बाद ही पदस्थ किया जाए। लिहाजा चयनित 149 अभ्यर्थियों को बिलासपुर रेलवे जोन भेजा गया।
इनमें से 89 रायपुर, 30 नागपुर और 30 बिलासपुर रेल मंडल में पदस्थ किए जाने हैं। सफल उम्मीदवारों को मेडिकल मेडिकल परीक्षण व दस्तावेज सत्यापन के लिए 26 से 28 अगस्त तक बुलाया गया था। इसी के तहत 26 अगस्त की सुबह 09.45 बजे मेडिकल परीक्षण के लिए पहुंचे अभ्यर्थी लवकुश उर्फ सन्नी यादव निवासी इटावा उत्तरप्रदेश के ऑनलाइन आवेदन व दस्तावेज में लगी फोटो और मेडिकल कराने के लिए उपस्थित अभ्यर्थी की फोटो व हस्ताक्षर में काफी अंतर पाया गया।
इसके साथ ही कंप्यूटर आधारित परीक्षा के लिए प्रपत्र की हैंड राइटिंग में अभ्यर्थी की लिखावट भी अलग मिली। इसके बाद मेडिकल कराने आए युवक को अधिकारियों ने हिरासत में लेकर पूछताछ की।
पूछताछ में कथित अभ्यर्थी ने अपना वास्तविक नाम विनय यादव पुत्र श्यामवरन यादव निवासी सिकहरा थाना मटसैना जिला फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश बताया। वह अपने दोस्त सन्नी यादव के स्थान पर मेडिकल परीक्षा कराने के लिए उपस्थित हुआ था। सन्नी की आंख में कुछ समस्या थी। इसलिए उसे मेडिकल में अनफिट करार दिया जा सकता था। तोरवा पुलिस ने आरोपित युवकों विनय यादव व सन्नाी यादव के विस्र्द्ध धारा जालसाजी, षडयंत्र व दस्तावेजों में कूटरचना की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है।