मुंबई, (mediasaheb.com)| भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने बाजार में नकदी का प्रवाह बढ़ाने के उद्देश्य से 24 मार्च को 10 अरब डॉलर की डॉलर-रुपया खरीद-बिक्री स्वैप नीलामी की घोषणा की है। आरबीआई ने सोमवार को बताया कि यह स्वैप 36 महीनों की अवधि के लिए होगा, जिससे बाजार में स्थिरता और विदेशी मुद्रा तरलता को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी। नीलामी 24 मार्च 2025 को पूर्वाह्न 10:30 बजे शुरू होगी और 11:30 बजे तक चलेगी।
इस नीलामी में केवल अधिकृत डीलर- श्रेणी-I बैंक भाग ले सकते हैं। इस प्रक्रिया में बैंक पहले रिजर्व बैंक को डॉलर बेचेंगे और तय अवधि के बाद वापस खरीदेंगे। यह नीलामी बहु-मूल्य आधारित होगी, यानी सफल बोली लगाने वालों को उनके द्वारा बताए गए प्रीमियम के अनुसार सौदे की मंजूरी मिलेगी।
नीलामी में न्यूनतम बोली एक करोड़ डॉलर की होगी और उसके बाद 10 लाख डॉलर के गुणकों में बोली लगाई जा सकती है। बैंक को यह तय करना होगा कि वे स्वैप अवधि के लिए कितना प्रीमियम देने के लिए तैयार हैं, जिसे दो दशमलव अंकों तक व्यक्त किया जाएगा। नीलामी के अंत में, कट-ऑफ प्रीमियम तय किया जाएगा और उसी या उससे अधिक प्रीमियम पर रखी गई बोलियां सफल मानी जाएंगी। यदि कट-ऑफ प्रीमियम पर कई बोलियां आती हैं तो उन्हें आनुपातिक रूप से आवंटित किया जाएगा।
स्वैप प्रक्रिया के पहले चरण में, बैंक RBI को डॉलर बेचेंगे और बदले में रिजर्व बैंक उनके चालू खाते में रुपये जमा करेगा। तय अवधि के अंत में, बैंक स्वैप प्रीमियम के साथ रुपये लौटाकर वही डॉलर वापस खरीदेंगे। नीलामी में भाग लेने के इच्छुक बैंकों को एक दिन पहले तक अपने निपटान विवरण जमा कराने होंगे। बोलियां केवल ई-मेल के माध्यम से आरबीआई को भेजी जा सकती हैं और नीलामी विंडो बंद होने के बाद कोई बदलाव या रद्दीकरण संभव नहीं होगा। नीलामी का परिणाम उसी दिन घोषित किया जाएगा। आरबीआई के पास यह अधिकार सुरक्षित रहेगा कि वह तय राशि से अधिक या कम बोलियां स्वीकार करे या बिना कोई कारण बताए किसी भी प्रस्ताव को अस्वीकार कर दे। नीलामी प्रक्रिया और आवेदन से संबंधित विस्तृत जानकारी आरबीआई की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। (वार्ता)