इस्लामाबाद,(mediasaheb.com) पाकिस्तान ने आखिरकार स्वीकार कर ही लिया कि कश्मीर मुद्दे पर उसे मुंह की खानी पड़ी है। पाकिस्तान के गृहमंत्री एजाज अहमद ने साफ तौर पर कहा है कि वैश्विक मंचों पर हम पूरी तरह नाकाम रहे हैं। इसके लिए उन्होंने पाकिस्तान के हुक्मरानों को ही जिम्मेदार बताया है।
पाकिस्तान के ही एक टीवी चैनल से बातचीत में वहां के आंतरिक मामलों के मंत्री ब्रिगेडियर एजाज अहमद शाह ने कहा कि कश्मीर मुद्दे पर अंतरराष्ट्रीय समुदाय का ध्यान खींचने या समर्थन पाने में हम पूरी तरह नाकाम रहे हैं। एजाज ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लोग हम पर विश्वास नहीं करते हैं। हम कहते हैं कि भारत ने कश्मीर में कर्फ्यू लगाया है, वहां जुल्म किया जा रहा है, जम्मू कश्मीर के लोगों को दवाइंया नहीं मिल रही हैं लेकिन हमारी बातों को मानने को कोई तैयार नहीं है। बल्कि वे भारत की बात पर भरोसा करते हैं। उन्होंने कहा कि हमारे देश की छवि इस कदर खराब हो गई है कि कोई हम पर विश्वास नहीं कर रहा। इस स्थिति तक देश को पहुंचाने के लिए पाकिस्तान के अब तक के हुक्मरान जिम्मेदार हैं। हालांकि एजाज ने किसी नेता का नाम नहीं लिया लेकिन संवाददाता ने जब बेनजीर भुट्टो, नवाज शरीफ, आसिफ अली जरदारी, परवेज मुशर्रफ का नाम लिया तो एजाज अहमद ने उस पर सहमति जताई। यहां तक कि अपने प्रधानमंत्री इमरान खान का नाम लिए जाने पर भी उन्होंने न आपत्ति जताई और न सफाई दी।
वैश्विक आतंकी हाफिज सईद को ‘साहेब’ पुकारते हुए ब्रिगेडियर एजाज ने माना कि हां, हाफिज सईद को पाकिस्तान ने ही खड़ा किया है। हालांकि हाफिज सईद ने पाकिस्तान के खिलाफ कोई काम नहीं किया है। लेकिन अन्तरराष्ट्रीय बिरादरी द्वारा उसे आतंकवादी घोषित किए जाने के बाद अब उस पर काबू में करने की जरूरत है। उन्होंने कबूल किया कि इमरान खान सरकार अब जैश-ए-मोहम्मद और हाफिज सईद के लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े दहशतगर्दों को देश की मुख्यधारा में शामिल कराएगी।
उल्लेखनीय है कि इससे एक दिन पहले पाकिस्तान के विदेश मत्री शाह महमूद कुरैशी ने जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में एक सत्र के दौरान यह दावा किया था कि भारत से अनुच्छेद 370 हटाने के बाद वह इस ग्रह की सबसे बड़ी ‘बंदी जेल’ में बदल गया है। जिस पर भारत ने कुरैशी के आरोपों का खंडन किया था और कहा था कि पाकिस्तान एक ऐसा देश है जो सीमापार आंतकवाद का संचालन कर रहा है। (हि.स.)।