नई दिल्ली, ( mediasaheb.com)। कांग्रेस नेता करण सिंह ने नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (NMML ) सोसायटी के पुनर्गठन में कांग्रेस नेताओं के नाम हटाए जाने पर कहा कि पंडित नेहरू का नाम लेने में भी हिचकने वालों ने आज इस पर कब्जा कर लिया है। यह एक नकारात्मक मानसिकता और छोटी सोच को दर्शाता है।
सरकार ने एनएमएमएल सोसायटी का पुनर्गठन किया है। सोसायटी में से कांग्रेस नेता मलिकार्जुन खड़गे, जयराम रमेश और करण सिंह को हटा दिया गया है, वहीं पत्रकार रजत शर्मा और लेखक प्रसून जोशी को इसमें शामिल किया गया। इस संबंध में निर्देश मंगलवार को आया था।
सोसायटी से हटाए जाने पर कांग्रेस नेता करण सिंह ने कहा कि नेहरू जी के मूल्यों के साथ रहने वाले लोगों को बाहर निकाल दिया गया है। यह आश्चर्यजनक और चौंकाने वाला है। यह एक नकारात्मक मानसिकता और छोटी सोच को दर्शाता है।
वहीं वरिष्ठ कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने करण सिंह और जयराम रमेश को नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी (एनएमएमएल सोसायटी) की समिति से हटाने के फैसले पर निराशा व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह दर्शाता है कि सरकार इसमें राजनीति कर रही है, जो कि अच्छा नहीं है। खड़गे ने कहा कि करण सिंह को सोसायटी में रखा जाना चाहिए था। वह संग्रहालय से लगभग 50 वर्षों से जुड़े हुए हैं। उनकी संस्कृति व साहित्य में भी बहुत रुचि है। वहीं जयराम रमेश एक बुद्धिजीवी लेखक हैं जिन्होंने संस्थान में बहुत योगदान दिया है। हालांकि, उन्होंने कहा कि वह समिति से स्वयं के निष्कासन के बारे में चिंतित नहीं हैं क्योंकि उन्हें तब शामिल किया गया था, जब उनकी पार्टी केंद्र में सत्ता में थी।
दूसरी तरफ भाजपा नेता जीवीएल नरसिम्हन ने कहा कि एनएमएसएल एक सार्वजनिक रूप से वित्त पोषित संस्थान है और हमेशा से इसी तरह से चलता आया है। सार्वजनिक संस्थानों को एक परिवार या पार्टी के लाभ की सेवा के लिए वित्त पोषित नहीं किया जा सकता है। वर्तमान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस सोसायटी के अध्यक्ष और रक्षामंत्री राजनाथ सिंह इसके उपाध्यक्ष हैं। सरकारी निर्देश के मुताबिक सरकार ने सोसायटी के नियम-3 के तहत इसका पुनर्गठन किया है। सभी सदस्यों का कार्यकाल अगले आदेश आने तक या फिर पांच साल के लिए होगा। सोसायटी के अन्य सदस्यों में केन्द्रीय मंत्री अमित शाह, निर्मला सीतारमण, रमेश पोखरियाल, प्रकाश जावड़ेकर, वी. मुरलीधरन और प्रहलाद सिंह पटेल का नाम है।
आईसीसीआर के अध्यक्ष विनय सहस्रबुद्धे, प्रसार भारती अध्यक्ष ए. सूर्यप्रकाश, पत्रकार रजत शर्मा, नीति शोधकर्ता और लेखक अनिर्बान गांगुली, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय, केन्द्र के सदस्य सच्चिदानंद जोशी, गीतकार प्रसून जोशी, वैदिक और बौद्ध विद्वान लोकेश चंद्र, पत्रकार स्वप्न दासगुप्ता, अकादमिक सदस्य कपिल कपूर, अकादमिक मकरंद परांजपे, लेखक किशोर मकवाना, शिक्षक कमलेश जोशीपुरा और शोधकर्ता रिजवान कादरी सोसायटी के सदस्य हैं।
वहीं व्यय एवं वित्त, संस्कृति, हाउसिंग एंड अर्बन अफेयर्स विभाग के सचिव, यूजीसी के अध्यक्ष, जवाहरलाल नेहरू मेमोरियल फंड के प्रतिनिधि एवं एनएमएमएल के निदेशक राघवेन्द्र सिंह पदेन सदस्य के रूप में सोसायटी में शामिल हैं।