भोपाल,(mediasaheb.com)| केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी द्वारा मध्यप्रदेश के कई मार्गों की स्वीकृति दिए जाने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्र सरकार और नितिन गडकरी का आभार व्यक्ति किया है। नितिन गडकरी ने आज अपने ट्वीट में कहा कि मध्यप्रदेश के खरगोन जिले में NH-347C पर कसरावद बाईपास, सैलानी बाईपास, खरगोन बाईपास और बिस्टान बाईपास के 2-लेन पेव्ड शोल्डर के साथ निर्माण को ईपीसी मोड 2022-23 के तहत 467.93 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है। जिले में NH-347C पर सरवरदेवला से पाल (मध्य प्रदेश – महाराष्ट्र सीमा) सड़क खंड को पेव्ड शोल्डर के साथ 2-लेन सुधार कार्य को ईपीसी मोड के तहत 461.23 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है। भिंड जिले में NH-552 एक्सटेंशन पर एटर रीअलाईनमेंट और भिंड बाईपास के 2-लेन पेव्ड शोल्डर सहित निर्माण को ईपीसी मोड 2022-23 के वार्षिक योजना के तहत 348.06 करोड़ रुपए की लागत के साथ स्वीकृति दी गई है।
इस ट्वीट का संदर्भ देते हुए श्री चौहान ने अपने ट्वीट में कहा कि PM नरेंद्र मोदी के कुशल नेतृत्व और केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री श्री गडकरी के मार्गदर्शन में देश में सड़कों का जाल बिछाया जा रहा है। मध्यप्रदेश को विभिन्न सड़कों एवं सुधार कार्यों की सौगात के लिए आपका हृदय से आभार है।(वार्ता)
Friday, December 26
Breaking News
- राशिफल 26 दिसंबर: जानें 12 राशियों के लिए कैसा रहेगा आज का दिन
- प्रदेश के सांस्कृतिक धरोहर ’’मदकू द्वीप’’ की सफाई कर कुनबी समाज ने दिया स्वच्छता एवं पर्यावरण संरक्षण का संदेश
- इजरायली रक्षा मंत्री काट्ज का बड़ा ऐलान: गाजा पट्टी से पूरी तरह पीछे हटने का सवाल ही नहीं
- सीनियर रेजिडेंसी को मिलेगी नई दिशा: मुख्यमंत्री ने इंडक्शन ट्रेनिंग शुरू करने के दिए निर्देश
- वाजपेयी जी की दूरदर्शिता ने भारत को दिलाई परमाणु महाशक्ति की पहचान: चंद्रबाबू नायडू
- पूर्व प्रधानमंत्री स्व. वाजपेयी के सार्वजनिक जीवन में शुचिता और पारदर्शिता रही सर्वोपरि : केन्द्रीय गृह मंत्री शाह
- टूट सकते हैं, मगर झुकेंगे नहीं! पीएम मोदी की डायरी में अटल जी की अमर पंक्तियाँ
- 115 दिन तक मौत से जंग लड़ता रहा कुनाल, जहरीले सीरप ने छीनी आंखों की रोशनी और किडनियां कीं खराब
- दुनिया अब ध्यान से सुनती है भारत की आवाज़, भारत की बात में है दम: राजनाथ सिंह
- राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संथाली भाषा में जारी किया भारत का संविधान, आदिवासी गौरव का ऐतिहासिक क्षण


