रायपुर(mediasaheb.com) लोकसभा चुनाव के दरम्यान भाजपा विधायक भीमा मण्डावी की हत्या पर केेंद्र सरकार ने संज्ञान लेते हुए एनआईए जांच का निर्णय लिया है, इसका स्वागत करने के बजाय प्रदेश सरकार विरोध कर रही है, यह आश्चर्य का विषय है। एन आई जांच पर आपत्ति प्रदेश सरकार के प्रति संदेह पैदा करती है भाजपा प्रवक्ता संजय श्रीवास्तव ने कांग्रेस और भूपेश सरकार की आपत्ति पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा। उन्होंने कहा कि एक महीने के भीतर ही सरकार का इस मामले में चेहरा ऊजागर हो गया।
घटना के समय स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने न्यायिक जांच एवं सी.बी.आई जांच जैसे गंभीर कदम उठाए जाने की बात कही थी एक महीने में ही कथनी एवं करनी में अंतर समझ आ गया।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि चुनाव के ऐन पहले हमारे विधायक की हत्या पर सुरक्षा चुक स्वीकारने के बजाय टी.आई से लेकर डी.जी.पी. जैसे सरकार के नुमोईदों ने भीमा मण्डावी को आगाह करने की बात कही थी जिसे स्वयं भूपेश बघेल ने प्रेस के समक्ष बताया था, सरकार के द्वारा घटना के समय उल्लेखित बातें यदि सत्य है, तो जांच से क्यों भाग रहे हैं। प्रदेश की शांति के लिए नक्सली घटना या किसी भी आपराधिक घटना के लिए एनआईए जैसे निष्पक्ष एजेंसी से जांच के कदमों से भागने के बजाय स्वागत करना चाहिए भूपेश सरकार को ।