यश मिलने तक प्रयास मत छोड़ो: शरमन जोशी
‘एमआईटी एडीटी’ के ‘पर्सोना महोत्सव’ का समापन
पुणे: जीवन चुनौतियों से भरा हुआ है, लेकिन हर संकट का सामना धैर्यपूर्वक करते हुए ‘ऑल इज वेल’ की सोच रखनी चाहिए। विद्यार्थियों को अपनी रुचि के क्षेत्र को पहचानकर उसमें करियर बनाना चाहिए। जब पसंद का क्षेत्र तय हो जाए, तो परिणाम की चिंता किए बिना ‘नेवर गिव अप’ के मंत्र को अपनाकर तब तक प्रयास करना चाहिए जब तक सफलता न मिल जाए। सफलता प्राप्त करने के बाद भी, उसमें अपना सर्वश्रेष्ठ देने का प्रयास करें। जो चीज़ें आपके हाथ में हैं, उन्हीं पर ध्यान दें और जो नहीं हैं, उनकी चिंता न करें। यह प्रेरणादायक संदेश प्रसिद्ध अभिनेता शरमन जोशी ने दिया।
शरमन जोशी पुणे के एमआईटी आर्ट, डिजाइन और टेक्नोलॉजी विश्वविद्यालय के सातवें ‘पर्सोना फेस्ट-25’ के समापन समारोह में बोल रहे थे। इस अवसर पर उनकी पत्नी प्रेरणा चोपड़ा-जोशी, विश्वविद्यालय के कार्याध्यक्ष प्रो. डॉ. मंगेश कराड, कुलपति प्रो. डॉ. राजेश एस., प्र. कुलपति डॉ. रामचंद्र पुजेरी, डॉ. मोहित दुबे, कुलसचिव डॉ. महेश चोपड़े, कार्यक्रम के संयोजक प्रो. डॉ. सुदर्शन सानप, डॉ. विपुल दलाल, डॉ. रेणु व्यास, डॉ. सूरज भोयार आदि उपस्थित थे।
इस मौके पर शरमन जोशी ने अपने प्रसिद्ध फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ के गाने ‘गिव मी सम सनशाइन’ की पंक्तियाँ गाकर विद्यार्थियों का उत्साह बढ़ाया। उन्होंने कहा कि एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
‘थ्री इडियट्स’ से मिली प्रेरणा
प्रो. डॉ. कराड ने कहा कि 2009 में आमिर खान और शरमन जोशी की फिल्म ‘थ्री इडियट्स’ ने शिक्षा जगत को एक नई दिशा दी। उस फिल्म के संदेश से प्रेरित होकर एमआईटी एडीटी विश्वविद्यालय की स्थापना की गई, जहां कला, डिजाइन और टेक्नोलॉजी के समावेश के साथ विद्यार्थियों को उनके पसंदीदा क्षेत्र में करियर बनाने का अवसर मिलता है। उन्होंने कहा कि ‘पर्सोना महोत्सव’ विद्यार्थियों को उनकी रुचि के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है और उनकी प्रतिभा को निखारने का मंच प्रदान करता है।
कार्यक्रम की शुरुआत विश्वशांति प्रार्थना से हुई और समापन पसायदान से किया गया। डॉ. सूरज भोयार ने प्रस्तावना दी और डॉ. सुदर्शन सानप ने आभार प्रकट किया।
वर्ष के सर्वश्रेष्ठ ‘पर्सोना’ का सम्मान
समारोह में विश्वविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थियों को ‘बेस्ट पर्सोना ऑफ द ईयर’ पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इनमें तन्वी बोगाडे, अनुष्का जोशी, शिवनेश मोरे, मृण्मयी गोडमाने, सौरेश जबे, तेजस डोंगरे, अक्षत वशीष्ठ, धीर जैन, ओंकार शिंदे, अमोघा पाठक, राहुल देवगांवकर, कैडेट हरमनदीप कौर और आर्या पाटणकर का नाम शामिल है। इसके अलावा, ‘एमआईटी एडवेंचर क्लब’ को वर्ष का सर्वश्रेष्ठ क्लब घोषित किया गया।